बाजार में चार से नौ छड़ों तक की पवन घंटियां आसानी से उपलब्ध है। मुख्य द्वार पर वास्तु दोष दूर करने के लिए चार छड़ों वाली पवन घंटी लगानी चाहिए। दुर्भाग्य को दूर भगाने के लिए पांच रॉड वाली पवन घंटी का उपयोग करना चाहिए। कार्य में मन नहीं लगता और बार-बार बाधा आती हो तो धातु की बनी छः छड़ों वाली पवन घंटी का प्रयोग किया जाता है। ध्वनि सिद्धांत के अनुसार कोई भी ध्वनि जब भवन में उत्पन्न होती है उसका कुछ न कुछ प्रभाव अवश्य होता है, विण्ड चाइम एक प्रकार के फिल्टर का कार्य करती है जो भवन की नकारात्मक ऊर्जा को निकाल कर सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाती है। जिस भवन में तोड़-फोड़ वास्तु जनित अशुभ प्रभाव (दोष) को दूर करना हो वहां विण्ड चाइम लगाने से बहुत अच्छे परिणाम मिलते हैं। भवन के अंदर सुषुप्त ऊर्जा को जागृत करने के लिए भी फैंगशुई की विण्ड चाइम आदि उपकरण का प्रयोग किया जाता है। घंटियों का प्रयोग भारतीय संस्कृति में अनादिकाल से होता आ रहा है। पूजा-अर्चना के साथ मंदिरों में शंखनाद एवं घंटी का प्रयोग होने से वहां सकारात्मक ऊर्जा की अधिकता होती है जो भक्तों को चतुर्मुखी लाभ भी प्रदान करती है।
रहस्यमय गांठ, न आदि न अन्त – जन्म-जन्मांतर तक कभी न खत्म होने वाले जीवन चक्र की प्रतीक है फेंगशुई की रहस्यमय गांठ जिसका न कोई आदि है और न कोई अंत। उलझ गये न आप! जी हां, रहस्यमय गांठ का रहस्य है कि न तो इसकी शुरूआत है और न ही इसका कोई अंत, इसी वजह से इस रहस्यमय चिन्ह को रहस्यमयी गांठ/मिस्टिक नॉट कहा जाता है। एण्डलेस नॉट आध्यात्मिक दृष्टि से यह संसार के उलझे हुये रहस्य को बताता है, पर सांसारिक स्तर पर फेंगशुई विशेषज्ञ इसे अमर ‘‘कभी न समाप्त’’ होने वाले प्रेम और पारिवारिक गठबंधन का प्रतीक मानते है, कुछ लोग इसे लव नॉट भी कहते हैं। यदि आपके परिवार के सदस्यों के बीच अक्सर कलह होती है, तो आप कलह को कम कर प्रेम बढ़ाने के लिए इस चिन्ह का प्रयोग कर सकते हैं। पति-पत्नी में नहीं बनती है तो वह अपने शयन कक्ष में दक्षिण-पश्चिम के कोने में इसे लगाकर अपने प्यार को बढ़ा सकते हैं। मान्यताओं के अनुसार इस गांठ को अपने घर या ऑफिस में लगाने से गुडलक हमेशा साथ रहता है। इसे ऑफिस, कार्यालय, फैक्टरी में भी लगाया जाता है ताकि कर्मचारी और मालिक के बीच के संबंध लम्बे समय तक मधुर बने रहें।