Vastu Tips of Balcony : वास्तु विज्ञान के अनुसार बालकनी होगी ऐसी तो घर में खूब बना रहेगा पैसा, होती रहेगी तरक्‍की

Balcony Ke Vastu Niyam : वास्‍तु शास्‍त्र में बालकनी का आपके घर में बहुत खास स्‍थान होता है। आपके घर की खुशहाली और सुख समृद्धि के लिए बालकनी का स्‍वच्‍छ और सुंदर होना बेहद जरूरी माना गया है। अक्‍सर देखने में आता है कि कुछ घरों में फालतू सामान या फिर प्रयोग में न आने वाला सामान लोग अक्‍सर बालकनी में फेंक देते हैं। ऐसा करना वास्‍तु के अनुसार बहुत ही दोषपूर्ण माना जाता है। यदि आपकी बालकनी में भी फालतू सामान और कबाड़ा भरा है तो उसे घर के बाहर निकालकर फेंक दें। बालकनी को व्‍यवस्थित और सुंदर बनाने के लिए आज हम आपको बता रहे हैं वास्‍तु के कुछ खास टिप्‍स, देखें क्‍या हैं ये आसान से टिप्‍स।

बालकनी की दिशा

बालकनी के लिए सबसे अच्छी दिशाएं पूर्व, उत्तर या उत्तर-पूर्व हैं। इन दिशाओं में सुबह और दोपहर की धूप आती है, जो हमारे लिए फायदेमंद होती है और सकारात्मक ऊर्जा लाती है। दक्षिण या पश्चिम दिशा में बालकनी होना अच्‍छा नहीं माना जाता है। अगर आपके घर में ऐसा है तो उस बालकनी के विपरीत दिशा में भी उतनी ही बड़ी बालकनी होनी चाहिए।

बालकनी की छत

वास्तु के अनुसार, बालकनी की छत ढलान वाली होनी चाहिए जो उत्तर या पूर्व की ओर ढलान करे। बालकनी की छत घर की बाकी छत से थोड़ी नीची होनी चाहिए। ऐसा करने से पूरे दिन घर में प्राकृतिक रोशनी बिना किसी रुकावट के आती है। छत के लिए एस्बेस्टस या टिन जैसी सामग्री का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि ये गर्मी और ऊर्जा को सोख लेती हैं।

बालकनी में रंगों का प्रयोग

हल्के रंग जैसे गुलाबी, नीला, बेज और सफ़ेद बालकनी के लिए उपयुक्त हैं। सफेद रंग प्रकाश को दर्शाता है और सकारात्मक ऊर्जा का स्वागत करता है। हल्के हरे रंग का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। गहरे रंगों से बचना चाहिए। बालकनी का साफ सुथरा और प्रकाशमय होना बहुत जरूरी होता है।

बालकनी में वास्‍तु के अनुसार फर्नीचर

बालकनी में आराम करने के लिए थोड़ा फर्नीचर होना ज़रूरी है। वास्तु के अनुसार, बालकनी के दक्षिण कोने में दो कुर्सियां और एक छोटी मेज रखी जा सकती है। पश्चिम दिशा में भी फर्नीचर रखा जा सकता है, ताकि आपका मुख पूर्व या उत्तर की ओर रहे। बड़े और भारी फर्नीचर से बचना चाहिए क्योंकि ये सूर्य की रोशनी को घर में आने से रोक सकते हैं।

बालकनी में झूला

बालकनी में उत्तर या दक्षिण दिशा की ओर झूला लगाना शुभ माना जाता है। इससे आप आराम से समय बिता सकते हैं। एक सुंदर और आरामदायक झूला बालकनी की शोभा बढ़ा सकता है। बालकनी में झूला लगाने का ट्रेंड आजकल काफी जोरों पर है, लेकिन इस बात का ध्‍यान रखें कि यह झूला एकदम साफ-सुथरा होना चाहिए और आवाज नहीं करना चाहिए।

बालकनी में वास्‍तु के अनुसार पेड़-पौधे

वास्तु शास्त्र के अनुसार, पौधे किसी भी जगह की ऊर्जा को बढ़ाते हैं। बालकनी में दक्षिण और पश्चिम दिशा में पौधे लगाने चाहिए। यहां पौधों को पर्याप्त धूप मिलेगी और वे घर में रोशनी आने से नहीं रोकेंगे। पश्चिम और दक्षिण की दीवारों पर वर्टिकल गार्डन बनाया जा सकता है। बहुत ऊंचे पौधों और लताओं से बचना चाहिए। रंग-बिरंगे फूलों वाले गमले सभी प्रकार की बालकनियों के लिए उपयुक्त होते हैं।

बालकनी में लाइट्स का प्रयोग

वास्तु के अनुसार, अंधेरी बालकनी में नहीं बैठना चाहिए। इसे अशुभ माना जाता है और इससे दुर्भाग्य आ सकता है। बालकनी में हल्की रोशनी का इस्तेमाल करें। यह शांत और सकारात्मक माहौल बनाता है। रात के समय हल्की रोशनी का इस्तेमाल करना चाहिए। हल्‍की रोशनी बाली बालकनी में बैठने से आपका मन शांत और सकारात्‍मक रहता है।