Kumbh 2019 Special: 2019 कुंभ में बनने जा रहे हैं ये 8 नए रेकॉर्डस

यूनेस्को ने विश्व धरोहरों में किया शामिल

हाल ही में यूनेस्को ने कुंभ को विश्व की सांस्कृतिक धरोहरों में शामिल किया गया है। इसके बाद केंद्र और राज्य सरकार कुंभ की भव्यता को दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। सरकार इस कुंभ की भव्यता को पूरी दुनिया मे दिखाने के लिए कई तैयारियां कर रही है।

संत करेंगे एक नई परंपरा शुरू

इलाहाबाद में कुम्भ के दौरान अखाड़ों से जुड़े कई साधु-संत देहदान की घोषणा कर एक नई परंपरा की शुरुआत करेंगे। उन्होंने बताया संत अपना शरीर चिकित्सा विज्ञान के लिए दान करें, जिससे मेडिकल की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी शरीर क्रिया विज्ञान का अध्ययन करें और मानवता की सेवा करें।

देश के सभी गांव को मिलेगा न्योता

देश के सभी गांव को मिलेगा न्योता

कुंभ में शामिल होने के लिए योगी सरकार देश के हर गांव को न्योता भेजेगी। पत्र में अनुरोध किया जाएगा कि वे सभी गांवों के लोगों को कुंभ में आने का यूपी का संदेश पहुंचाएं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद भी सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित करेंगे।

अबतक का सबसे बड़ा पार्किग स्थल

साल 2019 के कुंभ के लिए अबतक का सबसे बड़े पार्किंग स्थल बनाया जा रहा है। कुंभ में करीब 6 लाख वाहनों के लिए 1193 हेक्टेयर जमीन पर 120 पार्किंग स्थल बनाए जाएंगे। 2013 के कुंभ मेले में 478 हेक्टेयर जमीन पर 99 पार्किंग स्थल बनाए गए थे।

हवाई मार्ग से जोड़ा जाएगा इलाहाबाद

कुंभ से पहले इलाहाबाद को देश के 14 शहरों से हवाई मार्ग से जोड़ दिया जाएगा। इसके साथ ही कुंभ मेला मार्ग पर महापुरुषों के नाम पर कई गेट भी बनाए जाएंगे।

कुंभ गान किया जाएगा तैयार

कुंभ के महात्म्य, इसकी प्राचीनता, अध्यात्मिकता और इससे जुड़े चीजों की महत्ता बताने के लिए एक कुंभ गान तैयार किया जाएगा। गान को सबसे पहले हिंदी में तैयार किया जा रहा है। इसके बाद इसका अनुवाद अन्य भाषाओं में करवाया जाएगा। कुंभ गान के जरिए एक गाने में कुंभ की महिमा का बखान किए जाने का प्रयास होगा। इसमें बॉलिवुड की भी मदद ली जाएगी।

अत्याधुनिक कुंभ संग्रहालय बनेगा

यूपी सरकार ने संगम नगरी इलाहाबाद में अत्याधुनिक कुंभ संग्रहालय बनाने की कवायद शुरू कर दी है। इसकी लागत लगभग 300 करोड़ रुपये होने की संभावना है। इसमें इलाहाबाद की धार्मिक, ऐतिहासिक व अन्य जानकारियां डिजिटल स्क्रीन पर दिखाई जाएंगी।

सभी रास्तों पर होगी सुरक्षा

माघ मेले में इस बार पांच हजार शौचालय बनाए जाएंगे। यह संख्या पिछले वर्षों की तुलना में काफी अधिक होगी। इसके अलावा करीब 5 करोड़ श्रद्धालुओं के यहां पहुंचने की संभावना को देखते हुए मेला स्थल तक जाने वाले सभी रास्तों पर विशेष सुरक्षा इंतजाम किए जाएंगे।