Kumbh 2019: कुंभ में निकली स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती की पेशवाई, देखें शाही सवारी की झलकियां

सजे-धजे रथ पर स्‍वामी वासुदेवानंद सरस्वती

फूलों से सजे-धजे रथ पर सवार होकर जब स्‍वामी वासुदेवानंद सरस्वती जब प्रयागराज की सड़कों पर पहुंचे तो उनके दर्शन के लिए अनुयायियों और श्रद्धालुओं की खासी भीड़ उमड़ पड़ी।

ढोल-नगाड़े, गाजे-बाजे ने बढ़ाई शान

इस खास पेशवाई में ढोल-नगाड़े बजाते जूना अखाड़े के साधु-संतों ने रौनक बढ़ा दी। इस वक्‍त प्रयागराज का दृश्‍य नयनाभिराम है।

किन्‍नर अनुयायियों ने भी लगाए जयकारे

इस बार कुंभ में साधुओं के साथ-साथ किन्‍नर समुदाय के सदस्‍य भी बढ़-चढ़कर हिस्‍सा ले रहे हैं। वासुदेवानंद की शाही सवारी के साथ-साथ किन्‍नरों की पेशवाई भी कैमरे में कैद हो गई।

‘शान से लहराई ज्‍योतिषमठ की ध्‍वजा

पेशवाई में सबसे आगे जहां हाथी घोड़े चल रहे थे। वहीं, उसके पीछे ज्योतिषमठ की ध्वजा शान से फहरा रही थी।

साधु-संत और उनके शाही रथ

विभिन्‍न अखाड़ों की पेशवाई में साधु-संत और उनके खूबसूरत और शाही रथ भी कुंभ की शोभा बढ़ा रहे हैं।

संतों का लग गया रेला

इस पेशवाई में खासतौर पर जूना अखाड़े के महंत, श्रीमहंत और संतों ने भी भाग लिया। पेशवाई में सैकड़ों संत और महंत बैंड बाजे के साथ चल रहे थे।

शाही जूलूस पर पुष्‍प वर्षा

पेशवाई में निकाली गई झांकियां जहां लोगों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र रहीं वहीं जगह-जगह लोगों ने शाही जुलूस पर पुष्प वर्षा भी की।

तीन घंटे में पहुंची सवारी

स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती का शाही जुलूस तीन घंटे से भी ज्यादा समय में कुंभ मेला क्षेत्र के अपने शिविर में जाकर समाप्त हुआ।

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