Chhath Maiya Bhajan मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरछाय, आदित होई न सहाय

ऊ जे केरवा जे फरेला घबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।
मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरछाय।
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय॥

ऊ जे नारियर जे फरेला घबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।
मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरछाय।
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय॥

अमरुदवा जे फरेला घबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।
मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरछाय।
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय॥

शरीफवा जे फरेला घबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।
मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरछाय।
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय॥

ऊ जे सेववा जे फरेला घबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।
मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरछाय।
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय॥

सभे फलवा जे फरेला घबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।
मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय॥