संतों की पूजा क्यों
वेणुगोपाल धूतहिंदी के प्रख्यात पंडित रामचंद्र शुक्लजी ने ‘चिंतामणी’ नामक ग्रंथ में कहा है- ‘केवल गुण प्रेरणादायी नहीं होते, वरन् वे गुण किसके जीवन में और कैसे प्रकट हुए, इसका दर्शन प्रेरणादायी होता है।’ देखा जाए तो हम बचपन से सुनते आए हैं कि सच बोलना चाहिए। चोरी करना बुरी बात है। ऐसे गुणों की … Read more