भगवान जगन्नाथ का महाप्रसाद मिट्टी के बर्तन में क्यों बनाया जाता है? (Why is the Mahaprasad of Bhagwan Jagannath prepared in an earthen pot)

भगवान जगन्नाथ का महाप्रसाद मिट्टी के बर्तन में क्यों बनाया जाता है? (Why is the Mahaprasad of Bhagwan Jagannath prepared in an earthen pot)

हर साल जगन्नाथ रथ यात्रा बड़े धूमधाम से निकाली जाती है। इसमें भाग लेने के लिए देश के कोने-कोने से श्रद्धालु आते हैं। पंचांग के अनुसार आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकाली जाती है और शुक्ल पक्ष की ग्यारहवीं तिथि को इसका समापन होता है। इसलिए कई … Read more

नेत्र उत्सव (Netra Utsav)

नेत्र उत्सव (Netra Utsav)

नेत्रोत्सव जो की नबजौबन दर्शन के नाम से भी जाना जाता है। रथ यात्रा से एक दिन पहले यह नेत्रोत्सव अनुष्ठान आयोजित किया जाता है।कैसे मनाया जाता है नेत्र उत्सव ❀ नेत्र उत्सव पर प्रभु जगन्नाथ अपने भक्तों को 14 दिनों के बाद दर्शन देते हैं। इस अवसर पर जगन्नाथ जी के नव यौवन के … Read more

भगवान जगन्नाथ के अलग-अलग बेश? (Different Beshas of Bhagwan Jagannath?)

भगवान जगन्नाथ के अलग-अलग बेश? (Different Beshas of Bhagwan Jagannath?)

बेश एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ है पोशाक, पोशाक या पहनावा। ‘मंगला अलाती’ से ‘रात्रि पहुड़’ तक प्रतिदिन, पुरी के श्री जगन्नाथ मंदिर की ‘रत्नवेदी’ पर देवताओं को सूती और रेशमी कपड़ों, कीमती पत्थरों से जड़े सोने के आभूषणों, कई प्रकार के फूलों और अन्य पत्तियों और जड़ी-बूटियों से सजाया जाता है। जैसे तुलसी, … Read more

हिंदू धर्म में पूजा से पहले संकल्प क्यों लिया जाता है? (Why Sankalpa taken before worship in Hinduism?)

गाय माता! और दिव्य मिठास वाला गुड़ (Gay Mata Aur Divy Mithas Wala Gud)

अगर भगवान की पूजा विधि-विधान और सच्चे मन से की जाए तो मनोकामनाएं जरूर पूरी होती हैं। किसी भी देवता या विशेष प्रयोजन के लिए की जाने वाली पूजा शुरू करने से पहले संकल्प लिया जाता है। बिना संकल्प के पूजा सफल नहीं मानी जाती है। हिंदू धर्म में पूजा में संकल्प लेने की क्या … Read more

तुलाभारम क्या है, तुलाभारम कैसे करें? (What Is Tulabharam, How to Do Tulabharam)

गाय माता! और दिव्य मिठास वाला गुड़ (Gay Mata Aur Divy Mithas Wala Gud)

तुलाभारम और तुलाभरा जिसे तुला-दान के नाम से भी जाना जाता है, एक प्राचीन हिंदू प्रथा है यह एक प्राचीन अनुष्ठान है। तुलाभारम द्वापर युग से प्रचलित है। तुलाभारम का अर्थ है कि एक व्यक्ति को तराजू के एक हिस्से पर बैठाया जाता है और व्यक्ति की क्षमता के अनुसार बराबर मात्रा में चावल, तेल, … Read more

अधर पणा (Adhara Pana)

अधर पणा (Adhara Pana)

अधर पणा, पुरी जगन्नाथ का एक अनुष्ठान है जो रथ यात्रा उत्सव के दौरान पुरी जगन्नाथ मंदिर में मनाया जाता है। अधर पणा अनुष्ठान आषाढ़ महीने त्रयोदशी तिथि पर आयोजित किया जाता है, जिसमें विशेष रूप से निर्मित मिटटी के बर्तनों में देवताओं को 100 लीटर पणा (मीठा पेय) परोसा जाता है। अधर पणा अनुष्ठान … Read more

नीलाद्रि बिजे (Niladri Bije)

नीलाद्रि बिजे (Niladri Bije)

नीलाद्रि बिजे महोत्सव वार्षिक रथ यात्रा उत्सव के समापन का प्रतीक है। गुंडिचा मंदिर में रहने के बाद, त्रिमूर्ति नीलेद्रि बिजे के दिन घर लौटती है। उनकी घर वापसी और गर्भगृह में रत्न सिंहासन पर बैठना तेरहवें दिन होता है।नीलाद्रि बिजे अनुष्ठान कैसे मनाया जाता है? त्रिमूर्ति की शाम की धूप और शाम के अनुष्ठानों … Read more

सावन शिवरात्रि 2024 (Sawan Shivaratri 2024)

सावन शिवरात्रि 2024 (Sawan Shivaratri 2024)

भगवान शिव के सबसे पवित्र श्रावण माह का सबसे प्रसिद्ध और धूम-धाम से मनाया जाने वाला त्योहार शिवरात्रि है। आइए जानें! सावन शिवरात्रि से जुड़ी कुछ जानकारियाँ एवं सम्वन्धित कुछ प्रेरक तथ्य..नेपाल, उत्तराखण्ड और हिमाचल प्रदेश के कुछ भागों में श्रावण माह कर्क संक्रांति से प्रारम्भ हो जाता है। सावन शिवरात्रि 2024: 2 अगस्त 2024 … Read more

भारत के टॉप टेन प्रसिद्ध भजन गायक (Top Ten Famous Bhajan Singers of India)

गाय माता! और दिव्य मिठास वाला गुड़ (Gay Mata Aur Divy Mithas Wala Gud)

भजन एक प्रकार का गीत है जिसे भगवान के प्रति सम्मान और भक्ति दिखाने के लिए बजाया जाता है। भजन किसी भी भाषा में हो सकते हैं। कुछ मंत्रों का उच्चारण संगीत के रूप में किया जाता है। एक भक्ति कलाकार दुनिया भर के विभिन्न धर्मों में अथाह इतिहास या भगवान की कहानियों को याद … Read more

कांवर यात्रा की परंपरा किसने शुरू की? (Who started the tradition of Kanwar Yatra?)

कांवर यात्रा की परंपरा किसने शुरू की? (Who started the tradition of Kanwar Yatra?)

सावन का महीना शिव भक्तों के लिए बहुत खास होता है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार पांचवां महीना सावन है। इसी महीने से कांवर यात्रा भी शुरू होती है। शिव भक्तों के लिए कावड़ यात्रा किसी तीर्थ यात्रा से कम नहीं है। हर साल सावन शिवरात्रि पर लाखों की संख्या में कांवडिये हरिद्वार से पैदल पवित्र … Read more