ए पहुना एही मिथिले में रहु ना: भजन (Ae Pahuna Mithile Me Rahuna)
ए पहुना एही मिथिले में रहु ना, जउने सुख बा ससुरारी में, तउने सुखवा कहूं ना, ऐ पहुना एही मिथिले में रहु ना ॥रोज सवेरे उबटन मलके, इत्तर से नहवाइब, एक महीना के भीतर, करिया से गोर बनाइब, झूठ कहत ना बानी तनिको, मौका एगो देहु ना, ऐ पहुना एही मिथिले में रहु ना ॥ … Read more