पाखंडी को परमात्मा नहीं मिलते – प्रेरक कहानी (Pakhandi Ko Bhagwan Nahi Milate)

श्री कृष्ण के प्रति गोपियों का प्रेम इतना अधिक बढ़ गया था कि वह उनका वियोग एक क्षण भी नहीं सह सकती थी। श्री कृष्ण के वियोग में मूर्छित होने लगी। श्री कृष्ण ने अपने बाल मित्रों से कह दिया था कि किसी गोपी को मूर्छा आए तो मुझे बुलाना। मैं मूर्छा उतारने का मंत्र … Read more

माइक आगे होता है, और मुख पीछे – प्रेरक कहानी (Maik Age Hota Hai Aur Mukh Pichhe)

एक बार स्वामी विवेकानंद जी किसी स्थान पर प्रवचन दे रहे थे। श्रोताओ के बीच एक मंजा हुआ चित्रकार भी बैठा था। उसे व्याख्यान देते स्वामी जी अत्यंत ओजस्वी लगे। इतने कि वह अपनी डायरी के एक पृष्ठ पर उनका रेखाचित्र बनाने लगा। प्रवचन समाप्त होते ही उसने वह चित्र स्वामी विवेकानंद जी को दिखाया। … Read more

चार रेत की ढेरियां – प्रेरक कहानी (Char Ret Ki Dheriyan)

एक राजा था, उसके कोई पुत्र नहीं था। राजा बहुत दिनों से पुत्र की प्राप्ति के लिए आशा लगाए बैठा था, लेकिन पुत्र की प्राप्ति नहीं हुई, उसके सलाहकारों ने, तांत्रिकों से सहयोग लेने को कहा।तांत्रिकों की तरफ से राजा को सुझाव मिला कि यदि किसी बच्चे की बलि दे दी जाए, तो राजा को … Read more

अंध-अनुसरण कैसे पनपता है?- प्रेरक कहानी (How does blind following flourish?)

एक कैम्प में नए कमांडर की पोस्टिंग हुई। इंस्पेक्शन के दौरान उन्होंने देखा कि कैम्प एरिया के मैदान में दो सिपाही एक बैंच की पहरेदारी कर रहे हैं।कमांडर ने सिपाहियों से पूछा कि वे इस बैंच की पहरेदारी क्यों कर रहे हैं ? सिपाही बोले: हमें पता नहीं सर, लेकिन आपसे पहले वाले कमांडर साहब … Read more

सिद्धियों का उचित प्रयोग ही करें – प्रेरक कहानी (Siddhiyon Ka Uchit Prayog Hi Karen)

चार विद्वान ब्राह्मण मित्र थे। एक दिन चारों ने संपूर्ण देश का भ्रमण कर हर प्रकार का ज्ञान अर्जित करने का निश्चय किया। चारों ब्राह्मणों ने चार दिशाएं पकड़ीं और अलग-अलग स्थानों पर रहकर अनेक प्रकार की विद्याएं सीखीं। पांच वर्ष बाद चारों अपने गृहनगर लौटे और एक जंगल में मिलने की बात तय की। … Read more

श्री तुलसी जी का चमत्कार – प्रेरक कहानी (Shri Tulasi Ji Ka Chamatkar)

श्री तुलसी जी का चमत्कार - प्रेरक कहानी (Shri Tulasi Ji Ka Chamatkar)

श्री ठाकुर साहिव लदाणा(जयपुर) के पास एक मुसलमान सज्जन आए। उनके गले में तुलसी की कंठी बंधी थी।ठाकुर साहिब ने पूछा कि आप मुसलमान होते हुए तुलसी की कंठी कैसे पहने हुए है। उत्तर में उन्होंने कहा एक बार मैंने प्रत्यक्ष बड़ा चमत्कार देखा है। इसलिए तब से यह तुलसी की माला हमेशा रखता हूँ। … Read more

कर्म कैसे फल देता है? – प्रेरक कहानी (Karm Kaise Fal Deta Hai?)

ज्योतिष कहता है कि मनुष्य अपने ही कर्मो का फल पाता है। कर्म कैसे फल देता है? यह इस प्रसंग से समझे:एक दिन एक राजा ने अपने तीन मन्त्रियो को दरबार में बुलाया, और तीनो को आज्ञा दी कि एक एक थैला ले कर बगीचे में जाएं और वहाँ से अच्छे-अच्छे फल जमा करें। तीनो … Read more

क्या ईश्वर में सम्पूर्ण विश्वास है – प्रेरक कहानी (Kya Eshwar Me Poorn Vishwash Hai)

एक बार, दो बहुमंजिली इमारतों के बीच, बंधी हुई एक तार पर लंबा सा बाँस पकड़े, एक कलाकार चल रहा था। उसने अपने कन्धे पर अपना बेटा बैठा रखा था। सैंकड़ों लोग दिल साधे देख रहे थे। सधे कदमों से, तेज हवा से जूझते हुए, अपनी और अपने बेटे की ज़िंदगी दाँव पर लगाकर, उस … Read more

बुरी परिस्थिति में भी अपनी उम्मीद ना छोड़े – प्रेरक कहानी (Buri Paristhiti Me Ummeed Na Choden)

एक बार एक व्यक्ति रेगिस्तान में कहीं भटक गया। उसके पास खाने-पीने की जो थोड़ी बहुत चीजें थीं, वो जल्द ही ख़त्म हो गयीं थीं। पिछले दो दिनों से वह पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहा था।वह मन ही मन जान चुका था कि अगले कुछ घण्टों में अगर उसे कहीं से पानी … Read more

जो कृष्ण में है, वही तुममें भी। (Jo Krishan Mein Hai Wahi Tum Main Bhi)

एक पुरानी कहानी है, एक शेरनी छलांग लगा रही थी। और छलांग के बीच में ही उसको बच्चा हो गया। वह तो छलांग लगाकर चली गई। एक टीले से दूसरे टीले पर! लेकिन बच्चा निचे गिर गया। निचे भेड़ो कि एक कतार गुजरती थी। वह बच्चा भेड़ो में मिल गया। भेड़ो ने उसे पाला -पोसा, … Read more