भगवान को बिना खिलाए मंदिर से लौटना नहीं – प्रेरक कहानी (Bhagwan Ko Bina Khilaye Mandir Se Lautana Nahi)

एक ब्राम्हण था, भगवान श्री कृष्ण के मंदिर में बड़ी सेवा किया करता था। उसकी पत्नी इस बात से हमेशा चिढ़ती थी कि हर बात में वह पहले भगवान को लाता। भोजन हो, वस्त्र हो या हर चीज पहले भगवान को समर्पित करता । एक दिन घर में लड्डू बने। ब्राम्हण ने लड्डू लिए और … Read more

मानव धर्म ही सर्वोपरि – प्रेरक कहानी (Manav Dharm Hi Sarvopari)

एक विदेशी को अपराधी समझ जब राजा ने फांसी का हुक्म सुनाया तो उसने अपशब्द कहते हुए राजा के विनाश की कामना की। राजा ने अपने मंत्री से, जो कई भाषाओं का जानकार था, पूछा- यह क्या कह रहा है? मंत्री ने विदेशी की गालियां सुन ली थीं, किंतु उसने कहा: महाराज! यह आपको दुआएं … Read more

कोयला और चंदन (Koyala Aur Chandan Ki Prakrati)

चौधरी पहलवान का पूरा जीवन जरूरतमंदों की सहायता के लिए समर्पित हुआ था। जब उनका अंतिम समय नजदीक आया तो उन्होंने अपने बेटे को पास बुलाया। बेटा पास आ गया तो उन्होंने उससे कहा – देखो बेटा, मैंने अपना सारा जीवन दुनिया को शिक्षा देने में गुजार दिया। अब अपने अंतिम समय में मैं तुम्हें … Read more

भगवान जी आप अपना ध्यान रखना – प्रेरक कहानी (Bhagwan Ji Aap Apna Dhyan Rakhna)

निस्वार्थ भाव से दान पुण्य करें - प्रेरक कहानी ( Nisvarth Bhav Se Dan Puny Karen)

एक बच्चा रोज अपने दादा जी को सायंकालीन पूजा करते देखता था। बच्चा भी उनकी इस पूजा को देखकर अंदर से स्वयं इस अनुष्ठान को पूर्ण करने की इच्छा रखता था, किन्तु दादा जी की उपस्थिति उसे अवसर नही देती थी।एक दिन दादा जी को शाम को आने में विलंब हुआ, इस अवसर का लाभ … Read more

सबसे ज्यादा खुश पक्षी कौन? – प्रेरक कहानी (Sabase Jyada Khush Pakshi Kaun)

एक कौआ था जो अपनी जिंदगी से बहुत खुश और संतुष्ट था। एक बार वह एक तालाब पर पानी पीने रुका। वहां पर उसने सफ़ेद रंग के पक्षी हंस को देखा। उसने सोचा मैं बहुत काला हूँ और हंस इतना सुन्दर इसलिए शायद हंस इस दुनिया का सबसे खुश पक्षी होगा।कौआ हंस के पास गया … Read more

छोटे से बीज में से वटवृक्ष बनता है – प्रेरक कहानी (Chote Se Beej Se Vatavrksh Banata Hai)

बात बहुत पुरानी है। एक महान संत के पास एक युवक आया और बोला: मुझे आपका शिष्य बनना है महाराज। संत बोले: तुझे शिष्य क्यों बनना है। युवक ने कहा: मुझे परमात्मा से प्रेम करना है संत ने कहा: पहले मुझे बताओं कि क्या तुम्हें अपने घर के किसी व्यक्ति से प्रेम है?युवक बोला: नहीं, … Read more

आत्मारामी ब्रह्मवेत्ता महापुरुष जगत को तीर्थरूप बना देते हैं – प्रेरक कहानी (Mahapurush Jagat Ko Tirtharoop Bana Dete Hain)

दो संन्यासी युवक यात्रा करते-करते किसी गाँव में पहुँचे। लोगों से पूछाः हमें एक रात्रि यहाँ रहना है। किसी पवित्र परिवार का घर दिखाओ। लोगों ने बताया कि वह एक चाचा का घर है। साधु-महात्माओं का आदर सत्कार करते हैं। अखिल ब्रह्माण्डमां एक तुं श्रीहरि का पाठ उनका पक्का हो गया है। वहाँ आपको ठीक … Read more

संगत ही गुण होत है, संगत ही गुण जाय: प्रेरक कहानी (Sangat Hi Gun Hot Hai, Sangat Hi Gun Jay)

संगत का प्रभाव: एक राजा का तोता मर गया। उन्होंने कहा: मंत्रीप्रवर! हमारा पिंजरा सूना हो गया। इसमें पालने के लिए एक तोता लाओ। तोते सदैव तो मिलते नहीं। राजा पीछे पड़ गये तो मंत्री एक संत के पास गये और कहा: भगवन्! राजा साहब एक तोता लाने की जिद कर रहे हैं। आप अपना … Read more

अन्तत: अन्तिम निर्णय ईश्वर ही करता है – प्रेरक कहानी (Anttah Antim Nirnay Eshwar Hi Karata Hai)

जंगल में एक गर्भवती हिरनी बच्चे को जन्म देने को थी। वो एकांत जगह की तलाश में घुम रही थी, कि उसे नदी किनारे ऊँची और घनी घास दिखी। उसे वो उपयुक्त स्थान लगा शिशु को जन्म देने के लिये।वहां पहुँचते ही उसे प्रसव पीडा शुरू हो गयी। उसी समय आसमान में घनघोर बादल वर्षा … Read more

भेष बदलने से स्वभाव नहीं बदलता – प्रेरक कहानी (Bhesh Badalne Se Swabhav Nahin Badalta)

बात द्वापरयुग की है, अज्ञातवास में पांडव रूप बदलकर ब्रह्मणों के वेश में रह रहे थे। एक दिन उन्हें कुछ ब्राह्मण मिले। वे राजा द्रुपद की पुत्री द्रौपदी के स्वयंवर में जा रहे थे। पांडव भी उनके साथ चल दिए।स्वयंवर में पानी में देखकर ऊपर घूम रही मछली पर निशाना लगाना था। वहां मौजूद सभी … Read more