आचार्य चाणक्य की ईमानदारी को देखकर चोर भी हो गया शर्मिंदा
मौर्य सम्राट चंद्रगुप्त के प्रधानमंत्री आचार्य चाणक्य की कुटिया पर एक दिन एक महात्मा पधारे। भोजन की बेला थी। आचार्य ने अतिथि से अनुरोध किया कि वह उसके साथ भोजन करें। महात्मा ने अनुरोध सहर्ष स्वीकार कर लिया। कुटिया के एक कक्ष में रसोई थी। वहां दो महिलाएं खाना बनाने में जुटी हुई थीं। उन्होंने … Read more