इसलिए घी का दीया जलाने पर गांधीजी कस्तूरबा से नाराज हुए
एक बार गांधीजी किसी निर्धन ग्राम में प्रवासित थे। उस दिन उनका जन्मदिन था। कस्तूरबा ने शाम को आश्रम में घी का दीया जलाया। गांधी जी उस वक्त वहां नहीं थे। लौटने पर उन्होंने आश्रम में घी का दीया जलते देखा वहां बैठे आश्रमवासियों से पूछा कि यह दीया किसने जलाया है? कस्तूरबा बोलीं, ‘मैंने … Read more