जानिए कैसे इस मुस्लिम नेता ने इस्‍लाम को बचाने के लिए मोर्चा संभाला

जानिए कैसे इस मुस्लिम नेता ने इस्‍लाम को बचाने के लिए मोर्चा संभाला

सैयद फजल-उल-हसन यानी हसरत मोहानी स्वतंत्रता संग्राम के नायक और एक बेहतरीन शायर भी रहे। उन्होंने कई बार पवित्र हज किया तो हर साल वह वृंदावन में कृष्ण मंदिर भी जाया करते। उसी दौर में खिलाफत आंदोलन की वजह से मौलाना मोहम्मद अली और शौकत अली का भी परचम देश में लहरा रहा था। पूरे … Read more

कबीरदास ने बताई लड़के को एक साड़ी की कीमत

कबीरदास ने बताई लड़के को एक साड़ी की कीमत

कबीर दास स्वभाव से शांत थे। कोई कुछ भी करे, वे क्रोधित नहीं होते थे। एक बार कुछ लड़कों को शरारत सूझी। वे सब कबीर दास के पास यह सोचकर पहुंचे कि देखें उन्हें गुस्सा कैसे नहीं आता। उनमें एक लड़का धनवान था। वहां पहुंचकर वह बोला, ‘यह साड़ी कितने की दोगे?’ कबीर ने कहा, … Read more

इस सपने ने राजा भोज की बदल दी जिंदगी, किए ये कार्य

इस सपने ने राजा भोज की बदल दी जिंदगी, किए ये कार्य

संकलन: आर.डी. अग्रवाल ‘प्रेमी’राजा भोज खुद को बहुत बड़ा धर्मात्मा समझते थे। उन्होंने अपने राज्य में कई बड़े मंदिर, धर्मशालाएं, कुएं और तालाब आदि बनवाए थे। उनके मन में इन कामों के लिए बड़ा गर्व था। एक दिन राजा भोज दिनभर की व्यस्तता के बाद गहरी नींद में सोए हुए थे। तभी स्वप्न में उन्हें … Read more

चीनी दार्शनिक कन्फ्यूशियस ने शिष्यों को दिया ज्ञान, बोले एक अत्याचारी शासक एक चीते से अधिक भयंकर होता है

चीनी दार्शनिक कन्फ्यूशियस ने शिष्यों को दिया ज्ञान, बोले एक अत्याचारी शासक एक चीते से अधिक भयंकर होता है

एक बार चीन के महान दार्शनिक कन्फ्यूशियस अपने कुछ शिष्यों के साथ ताई नामक पहाड़ी से होकर कहीं जा रहे थे। एक स्थान पर वह सहसा रुक गए। शिष्यों ने जिज्ञासु नेत्रों से उनकी ओर देखा। वे बोले, ‘आसपास कहीं कोई रो रहा है।’ इतना कहकर वे रुदन को लक्ष्य करके चल पड़े। शिष्यों ने … Read more

आठ वर्ष की आयु में घर त्यागकर बालक शंकर ऐसे बना आदि शंकराचार्य

आठ वर्ष की आयु में घर त्यागकर बालक शंकर ऐसे बना आदि शंकराचार्य

सदियों पुरानी बात है। आठ साल का एक बालक लौकिक संसार के सुखों का परित्याग कर वीतरागी मार्ग पर चलने निकला तो उसके सामने यह बड़ा सवाल खड़ा हो गया कि अपनी मां के स्नेहांचल को कैसे छोड़ा जाए। त्याग के बिना तत्वज्ञान की प्राप्ति नहीं हो सकती थी। समय ने उस बच्चे के लिए … Read more

जानिए लूसिल बॉल की सफलता की कहानी, प्रेरित हुए बिना रह नहीं पाएंगे

जानिए लूसिल बॉल की सफलता की कहानी, प्रेरित हुए बिना रह नहीं पाएंगे

लूसिल बॉल को बचपन से ही अभिनय का बेहद शौक था। उनके सभी दोस्तों का मानना था कि वे अभिनय में अपनी किस्मत आजमाएं। दोस्तों की बात मानकर लूसिल ने मॉडलिंग शुरू कर दी। एक दिन उनके एक मित्र ने कहा कि एक फिल्म स्टूडियो में अभिनेत्रियों का सिलेक्शन हो रहा है, क्यों न वह … Read more

पत्नी को नाराज करना पड़ा ब्रह्माजी को महंगा, आज भी भुगत रहे इसकी सजा

पत्नी को नाराज करना पड़ा ब्रह्माजी को महंगा, आज भी भुगत रहे इसकी सजा

पुराणों में ब्रह्माजी को सृष्टि के रचयिता कहा गया है। लेकिन हैरानी की बात है कि जिन्होंने सृष्टि का निर्माण किया उन्हें ही संसार पूजता नहीं है। ब्रह्मा जी की पूजा नहीं होने को लेकर एक बड़ी ही प्रचलित कथा है जिसका संबंध पूरे देश में स्थित केवल एक ब्रह्माजी के मंदिर से है जो … Read more

दिव्य चतुर्भुज रूप में भगवान ने नामदेवजी को इस तरह दिए दर्शन

दिव्य चतुर्भुज रूप में भगवान ने नामदेवजी को इस तरह दिए दर्शन

सुरक्षितजी गोस्वामीभक्त नामदेवजी का जन्म दक्षिण हैदराबाद में हुआ। माता-पिता निरंतर भगवान के नाम का गुणगान किया करते थे, तो नामदेवजी भी भगवान नाम सुनकर विट्‌ठलमय हो गए। बालक नामदेव ने एक बार सरल हृदय से विट्ठल की पूजा की और भोग के लिए कटोरे में भगवान को दूध दिया। कुछ देर बाद नेत्र खोलकर … Read more

भाऊराव पाटील का इस तरह पूरा हुआ पढ़ाई का सपना, जनता ने दी कर्मवीर की उपाधि

भाऊराव पाटील का इस तरह पूरा हुआ पढ़ाई का सपना, जनता ने दी कर्मवीर की उपाधि

संकलन: हरिप्रसाद रायसातवीं तक पढ़ाई करके पायोगोंडा पाटील तहसील में क्लर्क बन गए। नौकरी करते हुए उन्हें लगा कि पढ़ाई में कमी रह गई, इसलिए उन्होंने अपने बच्चों को उच्च शिक्षा देने का निश्चय किया। बड़े लड़के भाऊराव पाटील को पढ़ने के लिए कोल्हापुर भेजा। वहीं जैन छात्रावास में उनके रहने का प्रबंध किया। अन्नासाहेब … Read more

कहने मात्र से संन्यासी या फकीर नहीं बन सकते, जीवन में उतारने पड़ते हैं उनके आदर्श

कहने मात्र से संन्यासी या फकीर नहीं बन सकते, जीवन में उतारने पड़ते हैं उनके आदर्श

शाह शुजा को जब पता चला कि उनकी पुत्री वैराग्यपूर्ण भावनाओं से ओतप्रोत है तो वह सोच में पड़ गए। पुत्री विवाह की उम्र में पहुंच रही थी। काफी सोच-विचार के बाद उन्होंने उसका विवाह एक ज्ञानी फकीर से कर दिया। इसके पीछे उनका आशय था कि उसकी धर्मपरायण भावनाओं को ठेस न पहुंचे और … Read more