इस बात से चीन का शासक हुआ था भावुक, बोला हम भी इंसानियत निभाएंगे

इस बात से चीन का शासक हुआ था भावुक, बोला हम भी इंसानियत निभाएंगे

समरकंद के शासक उमर शेख बेहद नेकदिल और इंसाफपसंद थे। उनका प्रयास रहता कि उनके शासन में किसी भी इंसान के साथ किसी प्रकार का अत्याचार न हो। एक बार चीनी यात्रियों का एक दल उनके राज्य की सीमा में बर्फीले तूफान में फंस गया। किसी की जान न बच पाई। उन यात्रियों का सामान … Read more

बिना संबंध के कैसे पैदा हुए ये ऐतिहासिक पात्र, अजब है इनकी कहानी

बिना संबंध के कैसे पैदा हुए ये ऐतिहासिक पात्र, अजब है इनकी कहानी

स्‍त्री-पुरुष संबंधों के बिना हुआ जन्‍म आज चिकित्‍सा के क्षेत्र में विज्ञान ने इतनी तरक्‍की की है कि स्‍त्री-पुरुष के संबंधों के बिना भी संतान का जन्‍म होता है और विवाह किए बिना आजकल पुरुष और महिलाएं माता-पिता बन जाते हैं। मगर हमारे धर्म से जुड़ी पौराणिक कथाओं और धर्मग्रंथों में ऐसी कई कहानियां मिलती … Read more

इन सिंगल मदर्स ने वो कारनामा कर दिखाया, दुनिया करती है प्रणाम

इन सिंगल मदर्स ने वो कारनामा कर दिखाया, दुनिया करती है प्रणाम

इन सिंगल मदर्स को दुनिया करती है नमन 10 मई को दुनिया इस वर्ष मदर्स डे मना रही है, यह माताओं को सम्मान देने और उनके लिए खास दिन बनाने का एक छोटा सा प्रयास है। असल में तो हर दिन ऐसा है जब मां को सम्मान मिलना चाहिए। इसकी वजह यह है कि सृष्टि … Read more

गुरु गोरखनाथ ने इस तरह किया बच्चे को जीवित, फेंक दी सोने की ईंट

गुरु गोरखनाथ ने इस तरह किया बच्चे को जीवित, फेंक दी सोने की ईंट

सुरक्षित गोस्वामी गुरु गोरक्षनाथ के गुरु मत्स्येंद्रनाथ थे, जिनको मछिंदरनाथ भी कहा जाता है। एक बार मत्स्येंद्रनाथ पूर्वोत्तर के एक राज्य में गए, वहां की महिलाएं बड़ी मायावी थीं। यहां के एक राज्य की रानी मृणावती ने मत्स्येंद्रनाथ को अपने रूप जाल में फंसा लिया। रानी मृणावती के कोई संतान नहीं थी और उनके पति … Read more

गुरु गोबिंद सिंहजी की इन बातों के कारण सिख नहीं खाते तंबाकू

गुरु गोबिंद सिंहजी की इन बातों के कारण सिख नहीं खाते तंबाकू

क्या आपने कभी किसी सिख को तंबाकू और सिगरेट पीते देखा है, शायद ही देखा होगा। दरअसल सिख तंबाकू का सेवन नहीं करते और इसकी वजह है सिखों के दसवें गुरु गोबिंद सिंहजी। प्राचीन मत के अनुसार 2020 में सिखों के दसवें गुरु गोबिंद सिंहजी का जन्मदिन 2 जनवरी को मनाया जा रहा है। इनका … Read more

अनाथ बच्चों के लिए इन्होंने चलाया आंदोलन, इस तरह मिली कामयाबी

अनाथ बच्चों के लिए इन्होंने चलाया आंदोलन, इस तरह मिली कामयाबी

संकलन: दीनदयाल मुरारकाऑस्ट्रिया में पैस्टोला नामक एक छात्र डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहा था। एक दिन जब वह कहीं जा रहा था, तो रास्ते में उसे एक बच्चा मिला। छोटे से बच्चे को अकेला देखकर पैस्टोला ने उसे अपने साथ ले लिया और उसके अभिभावकों का पता लगाने की कोशिश की। जब कुछ पता न … Read more

झलकारी बाई ने रानी झांसी को ऐसे महल से सुरक्षित बाहर निकाल बढ़ाई झांसी का मान

झलकारी बाई ने रानी झांसी को ऐसे महल से सुरक्षित बाहर निकाल बढ़ाई झांसी का मान

अंग्रेजों का जनरल ह्यूरोज बड़ा ही कातिल था। पंद्रह दिन के अंदर ही उसने झांसी पर दूसरा हमला बोल दिया। पहले हमले में उसे पीछे धकेलने के बाद इस बार रानी झांसी का मन टूटने लगा था। राज्य में कई गद्दार हो गए थे, जिनकी बदौलत अंग्रेज झांसी पर चढ़े चले आ रहे थे। यह … Read more

जानिए क्यों शुभ कार्य में और मृतक संस्कार के अंत में करवाते हैं सत्यनारायण कथा

जानिए क्यों शुभ कार्य में और मृतक संस्कार के अंत में करवाते हैं सत्यनारायण कथा

धर्म शास्‍त्र में सत्‍यनारायण कथा हिंदू धर्म शास्‍त्रों में सत्‍यनारायण कथा का व‍िशेष महत्‍व है। चाहे गृह शांति की बात हो या सुख-समृद्धि की। या फिर सुखद दांपत्‍य जीवन की। प्रत्‍येक शुभ कार्य से पहले सत्‍यनारायण कथा का आयोजन होता है। लेकिन क्‍या आप जानते हैं क‍ि मृतक संस्‍कार की समाप्ति के बाद भी सत्‍यनारायण … Read more

अब्राहम लिंकन ने इस तरह बताया देश और खुद की तरक्‍की का मूलमंत्र

अब्राहम लिंकन ने इस तरह बताया देश और खुद की तरक्‍की का मूलमंत्र

यह बड़ा ही कठिन चुनाव था, लेकिन जनता ने आखिरकार अब्राहम लिंकन को ही चुना। बहुत से लोग उन्हें विजय की बधाई देने उनके घर पहुंचने लगे। लोगों की भारी भीड़ उनके घर के बाहर जमा हो गई। लिंकन के घर पहुंचे इन तमाम लोगों में नामचीन व्यवसायी, बड़े-बड़े राजनेता और शहर के अन्य खास … Read more

ठोकर और प्रेम हमें संवेदनशील और बहादुर बनाती हैं

ठोकर और प्रेम हमें संवेदनशील और बहादुर बनाती हैं

राहुल पाण्डेय हम नहीं तय कर सकते कि जीवन में प्रेम कब आए। ठीक वैसे ही कि जैसे हम कभी ये भी नहीं तय कर सकते कि हम किसी भी सूरत में ठोकर न खाएं। ठोकर की ही तरह जीवन में प्रेम आता है और अगर सर्दियां हों तो हल्की सी टक्कर भी ठोकर से … Read more