Shani Stotra: दशरथ कृत शनि स्तोत्र के पाठ से पाएं शनि साढ़ेसाती ढैय्या से मुक्ति
नम: कृष्णाय नीलाय शितिकण्ठनिभाय च।नम: कालाग्निरूपाय कृतान्ताय च वै नम: ।।१।। नमो निर्मांस देहाय दीर्घश्मश्रुजटाय च ।नमो विशालनेत्राय शुष्कोदर भयाकृते।।२।। नम: पुष्कलगात्राय स्थूलरोम्णेऽथ वै नम:।नमो दीर्घायशुष्काय कालदष्ट्र नमोऽस्तुते।।३।। नमस्ते कोटराक्षाय दुर्निरीक्ष्याय वै नम: ।नमो घोराय रौद्राय भीषणाय कपालिने।।४।। नमस्ते सर्वभक्षाय वलीमुखायनमोऽस्तुते।सूर्यपुत्र नमस्तेऽस्तु भास्करे भयदाय च ।।५।। अधोदृष्टे: नमस्तेऽस्तु संवर्तक नमोऽस्तुते ।नमो मन्दगते तुभ्यं निरिऽणाय नमोऽस्तुते … Read more