भगवद्‍ गीता आरती (Aarti Shri Bhagwat Geeta)

भगवद्‍ गीता आरती (Aarti Shri Bhagwat Geeta)

जय भगवद् गीते, जय भगवद् गीते । हरि-हिय-कमल-विहारिणि, सुन्दर सुपुनीते ॥कर्म-सुमर्म-प्रकाशिनि, कामासक्तिहरा । तत्त्वज्ञान-विकाशिनि, विद्या ब्रह्म परा ॥ जय भगवद् गीते…॥ निश्चल-भक्ति-विधायिनि, निर्मल मलहारी । शरण-सहस्य-प्रदायिनि, सब विधि सुखकारी ॥ जय भगवद् गीते…॥ राग-द्वेष-विदारिणि, कारिणि मोद सदा । भव-भय-हारिणि, तारिणि परमानन्दप्रदा ॥ जय भगवद् गीते…॥ आसुर-भाव-विनाशिनि, नाशिनि तम रजनी । दैवी सद् गुणदायिनि, हरि-रसिका सजनी … Read more

माँ लक्ष्मी जी की आरती (Laxmi Ji Ki Aarti)

माँ लक्ष्मी जी की आरती (Laxmi Ji Ki Aarti)

Laxmi Ji Ki Aarti Lyrics in Hindi महालक्ष्मी नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं सुरेश्वरि। हरि प्रिये नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं दयानिधे॥ पद्मालये नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं च सर्वदे। सर्वभूत हितार्थाय, वसु सृष्टिं सदा कुरुं॥ ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता। तुमको निसदिन सेवत, हर विष्णु विधाता॥ उमा, रमा, ब्रम्हाणी, तुम ही जग माता। सूर्य चद्रंमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता॥ ॥ॐ … Read more

Govardhan Maharaj Ki Aarti : आरती श्री गोवर्धन महाराज की: गोवर्धन महाराज, ओ महाराज, तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ

Govardhan Maharaj Ki Aarti : आरती श्री गोवर्धन महाराज की: गोवर्धन महाराज, ओ महाराज, तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ

गोवर्धन पूजन के दौरान करें गोर्वधन महाराज की आरती… श्री गोवर्धन महाराज, ओ महाराज, तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ।तोपे पान चढ़े तोपे फूल चढ़े, तोपे चढ़े दूध की धार।तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ।तेरी सात कोस की परिकम्मा, और चकलेश्वर विश्रामतेरे माथे मुकुट विराज रहेओ।तेरे गले में कण्ठा साज रहेओ, ठोड़ी पे हीरा लाल।तेरे माथे मुकुट … Read more

अन्नपूर्णा आरती (Annapurna Aarti)

अन्नपूर्णा आरती (Annapurna Aarti)

बारम्बार प्रणाम, मैया बारम्बार प्रणाम ।जो नहीं ध्यावे तुम्हें अम्बिके, कहां उसे विश्राम । अन्नपूर्णा देवी नाम तिहारो, लेत होत सब काम ॥ बारम्बार प्रणाम, मैया बारम्बार प्रणाम । प्रलय युगान्तर और जन्मान्तर, कालान्तर तक नाम । सुर सुरों की रचना करती, कहाँ कृष्ण कहाँ राम ॥ बारम्बार प्रणाम, मैया बारम्बार प्रणाम । चूमहि चरण … Read more

Ganesh Ji Ki Aarti | आरती गणेश जी की | Lyrics

Ganesh Ji Ki Aarti | आरती गणेश जी की | Lyrics

Ganesh Ji Ki Aarti Lyrics in Hindi गणेश जी की आरती जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥ एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी। माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी॥ जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥ पान चढ़े फल चढ़े, और चढ़े मेवा। लड्डुअन … Read more

Surya Dev Ki Aarti : सूर्य देव की आरती, ओम जय कश्यप-नन्दन, ओम जय अदिति-नन्दन…

Surya Dev Ki Aarti : सूर्य देव की आरती, ओम जय कश्यप-नन्दन, ओम जय अदिति-नन्दन...

सूर्यदेव की नियमित रुप से जल्दी उठकर उपासना करने से व्यक्ति के आत्मविश्वास में वृद्धि और सुख संपत्ति मिलती है। सूर्य की उपासना से व्यक्ति को नौकरी कारोबार में सफलता मिलती है। सूर्यदेव की नियमित अराधना करने से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मकता बनी रहती है। सूर्य देव की लगातार उपासना करने के साथ साथ … Read more

दत्ताची आरती (Datta Aarti)

दत्ताची आरती (Datta Aarti)

त्रिगुणात्मक त्रैमूर्ती दत्त हा जाणा । त्रिगुणी अवतार त्रैलोक्य राणा । नेती नेती शब्द न ये अनुमाना ॥ सुरवर मुनिजन योगी समाधी न ये ध्याना ॥जय देव जय देव जय श्री गुरुद्त्ता । आरती ओवाळिता हरली भवचिंता ॥ सबाह्य अभ्यंतरी तू एक द्त्त । अभाग्यासी कैची कळेल हि मात ॥ पराही परतली तेथे कैचा हेत … Read more

Dev Uthani Ekadashi Geet : देवउठनी एकादशी पर इस गीत से जगाएं देव, उठो देव बैठो देव…

Dev Uthani Ekadashi Geet : देवउठनी एकादशी पर इस गीत से जगाएं देव, उठो देव बैठो देव...

कार्तिक मास की देव उठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु चार माह की योग निद्रा से जागते हैं। इसी के साथ सभी तरह के मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो जाती है। इस दिन सभी लोग अपने अपनेे घरों के देवताओं को भी जगाते हैं। ताकि उनके घर में मांगलिक कार्य आरंभ हो सकें। देव को … Read more

श्री भगवत भगवान की है आरती! (Shri Bhagwat Bhagwan Ki Aarti)

श्री भगवत भगवान की है आरती! (Shri Bhagwat Bhagwan Ki Aarti)

श्री भगवत भगवान की है आरती, पापियों को पाप से है तारती।ये अमर ग्रन्थ ये मुक्ति पन्थ, ये पंचम वेद निराला, नव ज्योति जलाने वाला। हरि नाम यही हरि धाम यही, यही जग मंगल की आरती पापियों को पाप से है तारती॥ ॥ श्री भगवत भगवान की है आरती…॥ ये शान्ति गीत पावन पुनीत, पापों … Read more

आरती: श्री रामचन्द्र जी (Shri Ramchandra Ji 2)

गाय माता! और दिव्य मिठास वाला गुड़ (Gay Mata Aur Divy Mithas Wala Gud)

श्री राम नवमी, विजय दशमी, सुंदरकांड, रामचरितमानस कथा और अखंड रामायण के पाठ में प्रमुखता से की जाने वाली आरती।आरती कीजै रामचन्द्र जी की। हरि-हरि दुष्टदलन सीतापति जी की॥ पहली आरती पुष्पन की माला। काली नाग नाथ लाये गोपाला॥ दूसरी आरती देवकी नन्दन। भक्त उबारन कंस निकन्दन॥ तीसरी आरती त्रिभुवन मोहे। रत्‍‌न सिंहासन सीता रामजी … Read more