Maharaja Agrasen Ji ki Aarti: महाराजा अग्रसेन जी की आरती

Maharaja Agrasen Ji ki Aarti: महाराजा अग्रसेन जी की आरती

जय श्री अग्र हरे, स्वामी जय श्री अग्र हरे। कोटि कोटि नत मस्तक, सादर नमन करें।।जय श्री अग्र हरे…आश्विन शुक्ल एकं, नृप वल्लभ जय। अग्र वंश संस्थापक, नागवंश ब्याहे।। जय श्री अग्र हरे…केसरिया ध्वज फहरे, छात्र चंवर धारे। झांझ, नफीरी नौबत बाजत तब द्वारे ।। जय श्री अग्र हरे…अग्रोहा राजधानी, इंद्र शरण आए! गोत्र अट्ठारह … Read more

श्री नाथ जी की संध्या आरती – गोरखनाथ मठ (Shri Nathji Sandhya Aarti – Gorakhnath Math)

गाय माता! और दिव्य मिठास वाला गुड़ (Gay Mata Aur Divy Mithas Wala Gud)

श्री गुरु गोरक्षनाथ जी की संध्या आरती ऊँ गुरुजी शिव जय जय गोरक्ष देवा। श्री अवधू हर हर गोरक्ष देवा । सुर नर मुनि जन ध्यावत, सुर नर मुनि जन सेवत । सिद्ध करैं सब सेवा, श्री अवधू संत करैं सब सेवा । शिव जय जय गोरक्ष देवा ॥ऊँ गुरुजी योग युगति कर जानत मानत … Read more

Sanjhi Mai Aarti : सांझी माई का आरता, आरता री आरता मेरी सांझी माई आरता…

Sanjhi Mai Aarti : सांझी माई का आरता, आरता री आरता मेरी सांझी माई आरता...

सांझी माता की पूजा मुख्य रुप से नवरात्रि में ही की जाती है। प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, सांझी माता को मां दुर्गा या माता पार्वती का प्रतीक ही माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि नवरात्रि के 9 दिनों में जो कोई भी सांझी की पूजा करता है उसके घर में सुख समृद्धि और … Read more

श्री नाथ जी की मंगल आरती – गोरखनाथ मठ (Shri Nathji Mangal Aarti – Gorakhnath Math)

गाय माता! और दिव्य मिठास वाला गुड़ (Gay Mata Aur Divy Mithas Wala Gud)

जय गोरख योगी (श्री गुरु जी) हर हर गोरख योगी । वेद पुराण बखानत, ब्रह्मादिक सुरमानत, अटल भवन योगी । ऊँ जय गोरख योगी ॥बाल जती ब्रह्मज्ञानी योग युक्ति पूरे (श्रीगुरुजी) योग युक्ति पूरे । सोहं शब्द निरन्तर (अनहद नाद निरन्तर) बाज रहे तूरे । ऊँ जय गोरख योगी ॥ रत्नजड़ित मणि माणिक कुण्डल कानन … Read more

श्री कृष्ण जन्म स्तुति

श्री कृष्ण जन्म स्तुति

Shri Krishna Janam Stuti Lyrics ।। श्री कृष्ण जन्म स्तुति ।। भये प्रगट गोपाला दीनदयाला यशुमति के हितकारी। हर्षित महतारी सुर मुनि हारी मोहन मदन मुरारी ॥ कंसासुर जाना मन अनुमाना पूतना वेगी पठाई। तेहि हर्षित धाई मन मुस्काई गयी जहाँ यदुराई॥ तब जाय उठायो हृदय लगायो पयोधर मुख मे दीन्हा। तब कृष्ण कन्हाई मन … Read more

Maa Brahmacharini Aarti in Hindi : मां ब्रह्मचारिणी की आरती, जय अंबे ब्रह्माचारिणी माता….

Maa Brahmacharini Aarti in Hindi : मां ब्रह्मचारिणी की आरती, जय अंबे ब्रह्माचारिणी माता....

मां ब्रह्मचारिणी की आरतीजय अंबे ब्रह्माचारिणी माता।जय चतुरानन प्रिय सुख दाता। ब्रह्मा जी के मन भाती हो।ज्ञान सभी को सिखलाती हो। ब्रह्मा मंत्र है जाप तुम्हारा।जिसको जपे सकल संसारा। जय गायत्री वेद की माता।जो मन निस दिन तुम्हें ध्याता। कमी कोई रहने न पाए।कोई भी दुख सहने न पाए। उसकी विरति रहे ठिकाने।जो तेरी महिमा … Read more

आरती: माँ महाकाली (Aarti: Maa Maha Kali)

आरती: माँ महाकाली (Aarti: Maa Maha Kali)

जय काली माता, माँ जय महा काली माँ। रतबीजा वध कारिणी माता। सुरनर मुनि ध्याता, माँ जय महा काली माँ॥दक्ष यज्ञ विदवंस करनी माँ शुभ निशूंभ हरलि। मधु और कैितभा नासिनी माता। महेशासुर मारदिनी, ओ माता जय महा काली माँ॥ हे हीमा गिरिकी नंदिनी प्रकृति रचा इत्ठि। काल विनासिनी काली माता। सुरंजना सूख दात्री हे … Read more

आरती माँ सरस्वती जी की (Maa Saraswati Ji Ki Aarti)

आरती माँ सरस्वती जी की (Maa Saraswati Ji Ki Aarti)

Maa Saraswati Ji Ki Aarti (आरती: माँ सरस्वती जी) in Hindi जय सरस्वती माता, मैया जय सरस्वती माता। सदगुण वैभव शालिनी, त्रिभुवन विख्याता॥ ॥ जय सरस्वती माता…॥ चन्द्रवदनि पद्मासिनि, द्युति मंगलकारी। सोहे शुभ हंस सवारी, अतुल तेजधारी॥ ॥ जय सरस्वती माता…॥ बाएं कर में वीणा, दाएं कर माला। शीश मुकुट मणि सोहे, गल मोतियन माला॥ … Read more

Maa Chandraghanta Ki Aarti: मां चंद्रघण्‍टा की आरती, जय मां चंद्रघंटा….

Maa Chandraghanta Ki Aarti: मां चंद्रघण्‍टा की आरती, जय मां चंद्रघंटा....

मां चंद्रघण्‍टा की आरती (Maa Chandraghanta Aarti) जय मां चंद्रघंटा सुख धाम।पूर्ण कीजो मेरे सभी काम। चंद्र समान तुम शीतल दाती।चंद्र तेज किरणों में समाती। क्रोध को शांत करने वाली।मीठे बोल सिखाने वाली। मन की मालक मन भाती हो।चंद्र घंटा तुम वरदाती हो। सुंदर भाव को लाने वाली।हर संकट मे बचाने वाली। हर बुधवार जो … Read more

अम्बे तू है जगदम्बे काली (Ambe Tu Hai Jagdambe Kali)

अम्बे तू है जगदम्बे काली (Ambe Tu Hai Jagdambe Kali)

Ambe Tu Hai Jagdambe Kali Lyrics in Hindi अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली । तेरे ही गुण गाये भारती, ओ मैया हम सब उतरें, तेरी आरती ॥ तेरे भक्त जनो पर, भीर पडी है भारी माँ । दानव दल पर टूट पडो, माँ करके सिंह सवारी । सौ-सौ सिंहो से बलशाली, … Read more