Jagjanani Jai Jai – Shri Deviji Ki Aarti | जगजननी जय जय

Jagjanani Jai Jai - Shri Deviji Ki Aarti | जगजननी जय जय

Jagjanani Jai Jai – Shri Deviji Ki Aarti Hindi Lyrics श्री देवीजी की आरती – जगजननी जय जय जगजननी जय! जय!! मा! जगजननी जय! जय!! । भयहारिणि, भवतारिणि, भवभामिनि जय! जय ॥ ॥ जगजननी जय जय..॥ तू ही सत-चित-सुखमय शुद्ध ब्रह्मरूपा । सत्य सनातन सुन्दर पर-शिव सुर-भूपा ॥ ॥ जगजननी जय जय..॥ आदि अनादि अनामय … Read more

OM Jai Shiv Omkara Arti Shivji ki : शिवजी की आरती भजन, ओम जय शिव ओमकारा हिंदी में

OM Jai Shiv Omkara Arti Shivji ki : शिवजी की आरती भजन, ओम जय शिव ओमकारा हिंदी में

ओम जय शिव ओमकारा आरती, भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए परंपरागत रूप से गाये जाने वाली आरती है। इस आरती में भगवान के अनुपम स्वरूप और गुणों का वर्णन जिसे भक्त जितना मगन होकर गाते हैं मन उतना ही आनंदित होता है और शिवजी की कृपा भी असीम रूप से प्राप्त होती है। … Read more

श्री गौरीनंदन की आरती (Gouri Nandan Ki Aarti)

ओम जय गौरी नन्दन, प्रभु जय गौरी नंदन गणपति विघ्न निकंदन, मंगल नि:स्पन्दन ओम जय गौरी नन्दन प्रभु जय गौरी नंदनऋषि सिद्धियाँ जिनके, नित ही चवर करे करिवर मुख सुखकारक, गणपति विध्न हरे ओम जय गौरी नन्दन प्रभु जय गौरी नंदन देवगणो मे पहले तव पूजा होती तव मुख छवि भक्तो के दुख दारिद खोती … Read more

Mahavir Bhagwan Aarti | महावीर भगवान आरती

Mahavir Bhagwan Aarti | महावीर भगवान आरती

Om Jai Mahavir Prabhu Aarti Hindi Lyrics आरती: ॐ जय महावीर प्रभु ॐ जय महावीर प्रभु, स्वामी जय महावीर प्रभु । कुण्डलपुर अवतारी, चांदनपुर अवतारी, त्रिशलानंद विभु ॥ सिध्धारथ घर जन्मे, वैभव था भारी । बाल ब्रह्मचारी व्रत, पाल्यो तप धारी ॥ ॥ॐ जय महावीर प्रभु…॥ आतम ज्ञान विरागी, सम दृष्टि धारी । माया मोह … Read more

जय हो जय जय है गौरी नंदन – आरती (Jai Ho Jai Jai He Gauri Nandan)

जय हो जय जय है गौरी नंदन - आरती (Jai Ho Jai Jai He Gauri Nandan)

जय हो जय जय है गौरी नंदन देवा गणेशा गजानन चरणों को तेरे हम पखारते हो देवा आरती तेरी हम उतारते शुभ कार्यो में सबसे पहले तेरा पूजन करते विघ्न हटाते काज बनाते सभी अमंगल हरते ओ देवा सिद्धि और सिद्धि बाटे चुनते राहो के काटे खुशियों के रंग को बिखारते हो देवा आरती तेरी … Read more

Datta Chi Aarti Lyrics | दत्ताची आरती

Datta Chi Aarti Lyrics | दत्ताची आरती

Datta Chi Aarti Lyrics in Hindi दत्ताची आरती त्रिगुणात्मक त्रैमूर्ती दत्त हा जाणा । त्रिगुणी अवतार त्रैलोक्य राणा । नेती नेती शब्द न ये अनुमाना ॥ सुरवर मुनिजन योगी समाधी न ये ध्याना ॥ जय देव जय देव जय श्री गुरुद्त्ता । आरती ओवाळिता हरली भवचिंता ॥ सबाह्य अभ्यंतरी तू एक द्त्त । अभाग्यासी कैची … Read more

Shiv Ji ki Arti OM Nama Shivaya, ओम नमः शिवाय , हर हर भोले नमः शिवाय, इसके पाठ से मिलेगी भगवान शिव की कृपा

Shiv Ji ki Arti OM Nama Shivaya, ओम नमः शिवाय , हर हर भोले नमः शिवाय, इसके पाठ से मिलेगी भगवान शिव की कृपा

भगवान भोले नाथ की भक्ति में ओम नमः शिवाय मंत्र का बड़ा ही महत्व है। इस आरती भजन में भगवान शिव के इस महामंत्र का जप उच्चारण किया गया है जिससे पंचाक्षरी मंत्र जप का भी उत्तम लाभ मिल जाता है। तो आज भी गाइए ओम नमः शिवाय ओम नमः शिवाय आरती। ओम नमः शिवाय … Read more

संकटा माता आरती (Sankata Mata Aarti)

जय जय संकटा भवानी, करहूं आरती तेरी । शरण पड़ी हूँ तेरी माता, अरज सुनहूं अब मेरी ॥ जय जय संकटा भवानी..॥नहिं कोउ तुम समान जग दाता, सुर-नर-मुनि सब टेरी । कष्ट निवारण करहु हमारा, लावहु तनिक न देरी ॥ जय जय संकटा भवानी..॥ काम-क्रोध अरु लोभन के वश पापहि किया घनेरी । सो अपराधन … Read more

Shri Bhagwat Bhagwan Ki Aarti | श्री भगवत भगवान की आरती

Shri Bhagwat Bhagwan Ki Aarti | श्री भगवत भगवान की आरती

Shri Bhagwat Bhagwan Ki Aarti Lyrics श्री भगवत भगवान की आरती श्री भगवत भगवान की है आरती, पापियों को पाप से है तारती। ये अमर ग्रन्थ ये मुक्ति पन्थ, ये पंचम वेद निराला, नव ज्योति जलाने वाला। हरि नाम यही हरि धाम यही, यही जग मंगल की आरती पापियों को पाप से है तारती॥ ॥ … Read more

Shivashtakam : शिवाष्टकम् के पाठ से मिलेगी भगवान शिव की कृपा, जानें इसका अर्थ

Shivashtakam : शिवाष्टकम् के पाठ से मिलेगी भगवान शिव की कृपा, जानें इसका अर्थ

तस्मै नमः परमकारणकारणाय दीप्तोज्ज्वलज्ज्वलितपिङ्गललोचनाय ।नागेन्द्रहारकृतकुण्डलभूषणाय ब्रह्मेन्द्रविष्णुवरदाय नमः शिवाय ॥ १॥ श्रीमत्प्रसन्नशशिपन्नगभूषणाय शैलेन्द्रजावदनचुम्बितलोचनाय ।कैलासमन्दरमहेन्द्रनिकेतनाय लोकत्रयार्तिहरणाय नमः शिवाय ॥ २॥ पद्मावदातमणिकुण्डलगोवृषाय कृष्णागरुप्रचुर चन्दनचर्चिताय ।भस्मानुषक्तविकचोत्पलमल्लिकाय नीलाब्जकण्ठसदृशाय नमः शिवाय ॥ ३॥ लम्बत्सपिङ्गलजटामुकुटोत्कटाय दंष्ट्राकरालविकटोत्कट भैरवाय ।व्याघ्राजिनाम्बरधराय मनोहराय त्रैलोक्यनाथनमिताय नमः शिवाय ॥ ४॥ दक्षप्रजापतिमहामखनाशनाय क्षिप्रं महात्रिपुरदानवघातनाय ।ब्रह्मोर्जितोर्ध्वगकरोटिनिकृन्तनाय योगाय योगनमिताय नमः शिवाय ॥ ५ ॥ संसारसृष्टिघटनापरिवर्तनाय रक्षः पिशाचगणसिद्धसमाकुलाय ।सिद्धोरगग्रहगणेन्द्रनिषेविताय शार्दूलचर्मवसनाय नमः शिवाय … Read more