रमा एकादशी व्रत कथा (Rama Ekadashi Vrat Katha)

रमा एकादशी व्रत कथा (Rama Ekadashi Vrat Katha)

रमा एकादशी का महत्त्व: धर्मराज युधिष्ठिर कहने लगे कि हे भगवान! मैंने आश्विन शुक्ल एकादशी अर्थात पापांकुशा एकादशी का सविस्तार वर्णन सुना। अब आप कृपा करके मुझे कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी के विषय में भी बतलाइये। इस एकादशी का क्या नाम है तथा इसके व्रत का क्या विधान है? इसकी विधि क्या … Read more

दीप प्रज्वलन मंत्र: शुभं करोति कल्याणम् आरोग्यम् (Deep Prajwalan Mantra: Shubham Karoti Kalyanam Aarogyam)

दीप प्रज्वलन मंत्र: शुभं करोति कल्याणम् आरोग्यम् (Deep Prajwalan Mantra: Shubham Karoti Kalyanam Aarogyam)

यह दीप प्रज्वलन का मंत्र है, तथा इसे दीप दर्शन मंत्र भी कहा जा सकता है।शुभं करोति कल्याणम् आरोग्यम् धनसंपदा । शत्रुबुद्धिविनाशाय दीपज्योति नमोऽस्तुते ॥ दीपो ज्योति परं ब्रह्म दीपो ज्योतिर्जनार्दन: । दीपो हरतु मे पापं संध्यादीप नमोऽस्तुते ॥ जो शुभ करता है, कल्याण करता है, आरोग्य रखता है, धन संपदा देता है और शत्रु … Read more

श्री बाबा गंगाराम चालीसा (Shri Baba Gangaram Chalisa)

श्री बाबा गंगाराम चालीसा (Shri Baba Gangaram Chalisa)

श्री बाबा गंगाराम चालीसा एक भक्ति गीत है जो श्री बाबा गंगाराम पर आधारित है।॥ दोहा ॥ अलख निरंजन आप हैं,निरगुण सगुण हमेश। नाना विधि अवतार धर,हरते जगत कलेश॥ बाबा गंगारामजी,हुए विष्णु अवतार। चमत्कार लख आपका,गूँज उठी जयकार॥ ॥ चौपाई ॥ गंगाराम देव हितकारी।वैश्य वंश प्रकटे अवतारी॥ पूर्वजन्म फल अमित रहेऊ।धन्य-धन्य पितु मातु भयेउ॥ उत्तम … Read more

जानकी माता आरती (Janaki Mata Aarti)

जानकी माता आरती (Janaki Mata Aarti)

आरती कीजै श्रीजनक लली कीदेवी जानकी की सबसे प्रसिद्ध आरती में से एक है। यह प्रसिद्ध आरती देवी सीता से सम्बन्धित अधिकांश अवसरों पर गायी जाती है। ॥ जानकी माता आरती ॥ आरती कीजै श्रीजनक लली की। राममधुपमन कमल कली की॥ आरती कीजै श्रीजनक लली की…॥ रामचन्द्र, मुखचन्द्र चकोरी। अन्तर साँवर बाहर गोरी। सकल सुमन्गल … Read more

तुलसीदास जी रचित श्री रामचरितमानस के प्रथम श्रोता – सत्य कथा (Goswami Tulsidas Rachit Shri Ramcharit Manas Ke Pratham Shrota)

गाय माता! और दिव्य मिठास वाला गुड़ (Gay Mata Aur Divy Mithas Wala Gud)

श्री रामचरितमानस के प्रथम श्रोता संत: मनुष्यों में सबसे प्रथम यह ग्रन्थ सुनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ मिथिला के परम संत श्रीरूपारुण स्वामीजी महाराज को। वे निरंतर विदेह जनक के भाव में ही मग्न रहते थे और श्रीरामजी को अपना जामाता समझकर प्रेम करते थे। गोस्वामी जी ने उन्ही को सबसे अच्छा अधिकारी समझा और … Read more

संकष्टी चतुर्थी और विनायक चतुर्थी में क्या अंतर है? (Difference between Sankasthi Chaturthi and Vinayak Chaturthi?)

गाय माता! और दिव्य मिठास वाला गुड़ (Gay Mata Aur Divy Mithas Wala Gud)

चंद्र मास पर आधारित हिंदू कैलेंडर में हर महीने में दो चतुर्थी होती हैं, एक शुक्ल पक्ष में और दूसरी कृष्ण पक्ष में। शास्त्रों के अनुसार अमावस्या के बाद आने वाली शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहते हैं और कृष्ण पक्ष की चतुर्थी जो पूर्णिमा के बाद आती है उसे संकष्टी चतुर्थी कहते … Read more

कार्तिक मास माहात्म्य कथा: अध्याय 12 (Kartik Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 12)

कार्तिक मास माहात्म्य कथा: अध्याय 12 (Kartik Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 12)

नारद जी ने कहा: तब इन्द्रादिक देवता वहाँ से भय-कम्पित होकर भागते-भागते बैकुण्ठ में विष्णु जी के पास पहुंचे। देवताओं ने अपनी रक्षा के लिए उनकी स्तुति की। देवताओं की उस दीन वाणी को सुनकर करुणा सागर भगवान विष्णु ने उनसे कहा कि हे देवताओं! तुम भय को त्याग दो। मैं युद्ध में शीघ्र ही … Read more

दीपावली पूजा मंत्र (Deepawali Puja Mantras)

गाय माता! और दिव्य मिठास वाला गुड़ (Gay Mata Aur Divy Mithas Wala Gud)

1. गोवत्स द्वादशी मंत्र अर्घ्य मंत्र क्षीरोदार्नवसंभूते सुरासुरनमस्कृते। सर्वदेवमये मातर्गृहाण्घ्यं नमो नमः॥ निवेदन मंत्र गोवत्स द्वादशी निवेदन मंत्र सुरभि त्वं जगन्मातरदेवी विष्णुपदे स्थिता। सर्वदेवमये ग्रसं मया दत्तमिदं ग्रसा॥ प्रार्थना मंत्र सर्वदेवमये देवि सर्वदेवैरलंकृते। मातरमाभिलाषितं सफलं कुरु नंदिनी॥ मन्त्र अर्थ – हे समस्त देवताओं द्वारा अलङ्कृत माता! नन्दिनी! मेरा मनोरथ पुर्ण करो। 2. यमदीप मंत्र मृत्युना … Read more

श्री जाहरवीर चालीसा (Shri Jaharveer Chalisa)

श्री जाहरवीर चालीसा (Shri Jaharveer Chalisa)

श्री जाहरवीर चालीसा एक भक्ति गीत है जो श्री जाहरवीर पर आधारित है।॥ दोहा ॥ सुवन केहरी जेवर,सुत महाबली रनधीर। बन्दौं सुत रानी बाछला,विपत निवारण वीर॥ जय जय जय चौहान,वन्स गूगा वीर अनूप। अनंगपाल को जीतकर,आप बने सुर भूप॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय जय जाहर रणधीरा।पर दुख भंजन बागड़ वीरा॥ गुरु गोरख का है … Read more

श्री गंगा आरती (Shri Ganga Aarti)

श्री गंगा आरती (Shri Ganga Aarti)

॥ श्री गंगा मैया आरती ॥ नमामि गंगे ! तव पाद पंकजम्, सुरासुरैः वंदित दिव्य रूपम् । भक्तिम् मुक्तिं च ददासि नित्यं, भावानुसारेण सदा नराणाम् ॥हर हर गंगे, जय माँ गंगे, हर हर गंगे, जय माँ गंगे ॥ ॐ जय गंगे माता, श्री जय गंगे माता । जो नर तुमको ध्याता, मनवांछित फल पाता ॥ … Read more