छठ पूजा: डोमिन बेटी सुप नेने ठाढ़ छै – छठ गीत (Domin Beti Soop Nene Thadh Chhe)

छठ पूजा: डोमिन बेटी सुप नेने ठाढ़ छै - छठ गीत (Domin Beti Soop Nene Thadh Chhe)

डोमिन बेटी सुप नेने ठाढ़ छै उगऽ हो सुरुज देव, अरघ केर बेर हो पुजन केर बेर मालिन बेटी फूल नेने ठाढ़ छै उगऽ हो सुरुज देव, अरघ केर बेर हो पुजन केर बेर निर्धन-कोढ़ी बाट-घाटे ठाढ़ छै उगऽ हो सुरुज देव अरघ केर बेर हो पुजन केर बेर पान-सुपारी पकबान नेने ठाढ़ छै विप्र … Read more

कार्तिक मास माहात्म्य कथा: अध्याय 9 (Kartik Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 9)

कार्तिक मास माहात्म्य कथा: अध्याय 14 (Kartik Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 14)

राजा पृथु ने कहा: हे मुनिश्रेष्ठ नारद जी! आपने कार्तिक माह के व्रत में जो तुलसी की जड़ में भगवान विष्णु का निवास बताकर उस स्थान की मिट्टी की पूजा करना बतलाया है, अत: मैं श्री तुलसी जी के माहात्म्य को सुनना चाहता हूँ। तुलसी जी कहाँ और किस प्रकार उत्पन्न हुई, यह बताने की … Read more

दैनिक हवन-यज्ञ विधि (Dainik Havan Yagy Vidhi)

दैनिक हवन-यज्ञ विधि (Dainik Havan Yagy Vidhi)

॥अथ अग्निहोत्रमंत्र:॥ » जल से आचमन करने के 3 मंत्र ॐ अमृतोपस्तरणमसि स्वाहा ॥१॥ ॐ अमृतापिधानमसि स्वाहा ॥२॥ ॐ सत्यं यश: श्रीर्मयि श्री: श्रयतां स्वाहा ॥३॥ मंत्रार्थ – हे सर्वरक्षक अमर परमेश्वर! यह सुखप्रद जल प्राणियों का आश्रयभूत है, यह हमारा कथन शुभ हो। यह मैं सत्यनिष्ठापूर्वक मानकर कहता हूँ और सुष्ठूक्रिया आचमन के सदृश … Read more

शारदा चालीसा (Sharda Chalisa)

शारदा चालीसा (Sharda Chalisa)

शारदा चालीसा एक भक्ति गीत है जो शारदा माता पर आधारित है।॥ दोहा ॥ मूर्ति स्वयंभू शारदा,मैहर आन विराज। माला, पुस्तक, धारिणी,वीणा कर में साज॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय जय शारदा महारानी।आदि शक्ति तुम जग कल्याणी॥ रूप चतुर्भुज तुम्हरो माता।तीन लोक महं तुम विख्याता॥ दो सहस्र बर्षहि अनुमाना।प्रगट भई शारद जग जाना॥ मैहर नगर … Read more

गणेश विनायक जी की कथा – प्रेरक कहानी (Shri Ganesh Vinayak Ji Ki Katha)

गणेश विनायक जी की कथा - प्रेरक कहानी (Shri Ganesh Vinayak Ji Ki Katha)

एक गाँव में माँ-बेटी रहती थीं। एक दिन वह अपनी माँ से कहने लगी कि गाँव के सब लोग गणेश मेला देखने जा रहे हैं, मैं भी मेला देखने जाऊँगी। माँ ने कहा कि वहाँ बहुत भीड़ होगी कहीं गिर जाओगी तो चोट लगेगी। लड़की ने माँ की बात नहीं सुनी और मेला देखने चल … Read more

अथचमायम महोत्सव (Athachamayam Festival)

अथचमायम महोत्सव (Athachamayam Festival)

केरल में 10 दिवसीय ओणम उत्सव त्रिपुनिथुरा में अथाचामयम जुलूस के साथ शुरू होता है। अथाचमायम जुलूस, त्रिपुनिथुरा में एक भव्य जुलूस, केरल के दस दिवसीय ओणम त्योहार की शुरुआत का प्रतीक है। अथम के दिन, कोच्चि के वामनमूर्ति थिर्रिकारा मंदिर में उत्सव से शुरू होता है। अथचमायम महोत्सव कब मनाया जाता है? अथाचमायम महोत्सव … Read more

छठ पूजा: छठी माई के घटिया पे – छठ गीत (Chhati Mai Ke Ghatiya Pe Ajan Bajan)

छठ पूजा: छठी माई के घटिया पे - छठ गीत (Chhati Mai Ke Ghatiya Pe Ajan Bajan)

छठी माई के घटिया पे, आजन बाजन, बाजा बजवाईब हो ।छठी माई के घटिया पे, आजन बाजन, बाजा बजवाईब हो । गोदीया में होईहे बलकवा, अरघ देवे आईब हो । गोदीया में होईहे बलकवा, अरघ देवे आईब हो । एक ही ललन बिना, छछनेला मनवा, सुन सान लागे हमरो, घरवा अंगनवा । एक ही ललन … Read more

कार्तिक मास माहात्म्य कथा: अध्याय 10 (Kartik Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 10)

कार्तिक मास माहात्म्य कथा: अध्याय 11 (Kartik Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 11)

राजा पृथु बोले – हे ऋषिश्रेष्ठ नारद जी! आपको प्रणाम है। कृपया अब यह बताने की कृपा कीजिए कि जब भगवान शंकर ने अपने मस्तक के तेज को क्षीर सागर में डाला तो उस समय क्या हुआ?नारद जी बोले – हे राजन्! जब भगवान शंकर ने अपना वह तेज क्षीर सागर में डाल दिया तो … Read more

शांति मंत्र (Shanti Mantra)

शांति मंत्र (Shanti Mantra)

शांति पाठ, शांति के लिए की जाने वाली हिंदू प्रार्थना है, आमतौर पर धार्मिक पूजाओं, अनुष्ठानों और प्रवचनों के अंत में यजुर्वेद के इस शांति मंत्र का प्रयोग किया जाता है।ॐ द्यौ: शान्तिरन्तरिक्षँ शान्ति:, पृथ्वी शान्तिराप: शान्तिरोषधय: शान्ति: । वनस्पतय: शान्तिर्विश्वे देवा: शान्तिर्ब्रह्म शान्ति:, सर्वँ शान्ति:, शान्तिरेव शान्ति:, सा मा शान्तिरेधि ॥ ॐ शान्ति: शान्ति: … Read more

रविदास चालीसा (Ravidas Chalisa)

रविदास चालीसा (Ravidas Chalisa)

॥ दोहा ॥बंदौं वीणा पाणि को,देहु आय मोहिं ज्ञान। पाय बुद्धि रविदास को,करौं चरित्र बखान॥ मातु की महिमा अमित है,लिखि न सकत है दास। ताते आयों शरण में,पुरवहु जन की आस॥ ॥ चौपाई ॥ जै होवै रविदास तुम्हारी।कृपा करहु हरिजन हितकारी॥ राहू भक्त तुम्हारे ताता।कर्मा नाम तुम्हारी माता॥ काशी ढिंग माडुर स्थाना।वर्ण अछूत करत गुजराना॥ … Read more