श्री सिद्धिविनायक आरती: जय देव जय देव (Shri Siddhivinayak Aarti: Jai Dev Jai Dev)

श्री सिद्धिविनायक आरती: जय देव जय देव (Shri Siddhivinayak Aarti: Jai Dev Jai Dev)

श्री सिद्धिविनायक मंदिर मुंबई का सबसे प्रसिद्ध भगवान श्री गणेश मंदिर है, यहाँ होने वाली पूर्ण आरती मे श्री गणेश की विभिन्न स्तुतियाँ, भगवान शिव एवं देवी दुर्गा की स्तुतियाँ भी जुड़ी हैं।सुख करता दुखहर्ता, वार्ता विघ्नाची । नूर्वी पूर्वी प्रेम कृपा जयाची । सर्वांगी सुन्दर उटी शेंदु राची । कंठी झलके माल मुकताफळांची । … Read more

मीरा की भक्ति ! जब श्री कृष्ण ने अपना श्रृंगार बदला – सत्य कथा (Meera Ki Bhakti – Jab Shri Krishan Ne Apana Shringar Badala)

गाय माता! और दिव्य मिठास वाला गुड़ (Gay Mata Aur Divy Mithas Wala Gud)

भक्तमाल कथा: मीरा की भक्ति – जब श्री कृष्ण ने अपना श्रृंगार बदला राणा सांगा के पुत्र और अपने पति राजा भोजराज की मृत्यु के बाद जब संबन्धीयो के मीरा बाई पर अत्याचार अपने चरम पे जा पहुँचे तो मीरा बाई मेवाड़ को छोड़कर तीर्थ को निकल गई। घूमते-घूमते वे वृन्दावन धाम जा पहुँची।जीव गोसांई … Read more

ISKCON एकादशी कैलेंडर 2024 (ISKCON Ekadashi Calendar 2024)

ISKCON एकादशी कैलेंडर 2024 (ISKCON Ekadashi Calendar 2024)

यह एकादशी तिथियाँ केवल वैष्णव सम्प्रदाय इस्कॉन के अनुयायियों के लिए मान्य है। यह तिथियाँ भारत की राजधानी दिल्ली के अनुसार है, दिन के विभिन्न समयों पर तथा अन्य जगहों यह तिथि अलग-अलग भी हो सकती है।

छठ पूजा: आदितमल के पक्की रे सड़कीया – छठ गीत (Aaditamal Ke Pakki Re Sadkiya)

छठ पूजा: आदितमल के पक्की रे सड़कीया - छठ गीत (Aaditamal Ke Pakki Re Sadkiya)

आदितमल के पक्की रे सड़कीया, कुजडा छानेला दोकान, कुजडा छानेला दोकान ।आदितमल के पक्की रे सड़कीया, कुजडा छानेला दोकान, कुजडा छानेला दोकान । घोडवा चढल अईले कवन देव, करे लगले नरियर के मोल, करे लगले फलवा के मोल । हाली हाली कर भैया मोलवा भईले अरघीया के जून, भईले अरघीया के जून । उगी ना … Read more

कार्तिक मास माहात्म्य कथा: अध्याय 8 (Kartik Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 8)

कार्तिक मास माहात्म्य कथा: अध्याय 8 (Kartik Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 8)

जिसकी दया से सरस्वती, भाव रही उपजाय । कार्तिक माहात्म का ‘कमल’ लिखे आठवाँ अध्याय ॥ नारदजी बोले- अब मैं कार्तिक व्रत के उद्यापन का वर्णन करता हूँ जो सब पापों का नाश करने वाला है। व्रत का पालन करने वाला मनुष्य कार्तिक शुक्ला चतुर्दशी को व्रत की पूर्ति और भगवान विष्णु की प्रीति के … Read more

श्री राम नाम तारक (Shri Rama Nama Tarakam)

श्री राम नाम तारक (Shri Rama Nama Tarakam)

राम राम राम राम नाम तारकम् राम कृष्ण वासुदेव भक्ति मुक्ति दायकम्राम राम राम राम नाम तारकम् राम कृष्ण वासुदेव भक्ति मुक्ति दायकम् जानकी मनोहरम सर्वलोक नायकम् जानकी मनोहरम सर्वलोक नायकम् जानकी मनोहरम सर्वलोक नायकम् शङ्करादि सेव्यमान पुण्यनाम कीर्तनम् शङ्करादि सेव्यमान पुण्यनाम कीर्तनम् राम राम राम राम नाम तारकम् राम कृष्ण वासुदेव भक्ति मुक्ति दायकम् … Read more

श्री ललिता चालीसा (Sri Lalita Chalisa)

श्री ललिता चालीसा (Sri Lalita Chalisa)

ललिता चालीसा एक भक्ति गीत है जो ललिता माता पर आधारित है। ललिता चालीसा एक लोकप्रिय प्रार्थना है जो 40 छन्दों से बनी है। ललिता माता के भक्त अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए इस चालीसा का पाठ करते हैं।॥ चौपाई ॥ जयति जयति जय ललिते माता।तव गुण महिमा है विख्याता॥ तू सुन्दरी, त्रिपुरेश्वरी देवी।सुर … Read more

पंच परमेष्ठी आरती (Panch Parmeshthi Aarti)

पंच परमेष्ठी आरती (Panch Parmeshthi Aarti)

इह विधि मंगल आरति कीजे, पंच परमपद भज सुख लीजे । इह विधि मंगल आरति कीजे, पंच परमपद भज सुख लीजे ॥पहली आरति श्रीजिनराजा, भव दधि पार उतार जिहाजा । इह विधि मंगल आरति कीजे, पंच परमपद भज सुख लीजे ॥ दूसरी आरति सिद्धन केरी, सुमिरन करत मिटे भव फेरी । इह विधि मंगल आरति … Read more

श्री गणेश एवं बुढ़िया माई की कहानी (Shri Ganesh Aur Budhiya Mai Ki Kahani)

गाय माता! और दिव्य मिठास वाला गुड़ (Gay Mata Aur Divy Mithas Wala Gud)

एक बुढ़िया माई थी। मिट्टी के गणेश जी की पूजा करती थी। रोज बनाए रोज गल जाए। एक सेठ का मकान बन रहा था। वो बोली पत्थर का गणेश बना दो। मिस्त्री बोले। जितने हम तेरा पत्थर का गणेश घड़ेंगे उतने में अपनी दीवार ना चिनेंगे। बुढ़िया बोली राम करे तुम्हारी दीवार टेढ़ी हो जाए। … Read more

बिश्नोई पन्थ के उनतीस नियम! (Bishnoi Panth Ke Unatees Niyam)

गाय माता! और दिव्य मिठास वाला गुड़ (Gay Mata Aur Divy Mithas Wala Gud)

श्री जम्भेश्वर भगवान द्वारा अपनी काव्य भाषा में २९ नियम यही हैं।तीस दिन सूतक, पांच ऋतुवन्ती न्यारो । सेरो करो स्नान, शील सन्तोष शुचि प्यारो ॥ द्विकाल सन्ध्या करो, सांझ आरती गुण गावो । होम हित चित्त प्रीत सूं होय, बास बैकुण्ठे पावो ॥ पाणी बाणी ईन्धणी दूध, इतना लीजै छाण । क्षमा दया हृदय … Read more