छठ पूजा: केलवा के पात पर – छठ पूजा गीत (Chhat Puja: Kelwa Ke Paat Par)

छठ पूजा: केलवा के पात पर - छठ पूजा गीत (Chhat Puja: Kelwa Ke Paat Par)

केलवा के पात पर उगेलन सुरुज मल झांके ऊंके केलवा के पात पर उगेलन सुरुज मल झांके ऊंके हो करेलु छठ बरतिया से झांके ऊंके हम तोसे पूछी बरतिया ऐ बरितया से केकरा लागी हम तोसे पूछी बरतिया ऐ बरितया से केकरा लागी हे करेलू छठ बरतिया से केकरा लागी हे करेलू छठ बरतिया से … Read more

अहोई अष्टमी व्रत कथा (Ahoi Ashtami Vrat Katha)

अहोई अष्टमी व्रत कथा (Ahoi Ashtami Vrat Katha)

॥ श्री गणेशाय नमः ॥ प्राचीन काल में किसी नगर में एक साहूकार रहता था। उसके सात लड़के थे। दीपावली से पहले साहूकार की स्त्री घर की लीपापोती हेतु मिट्टी लेने खदान में गई और कुदाल से मिट्टी खोदने लगी।दैवयोग से उसी जगह एक सेह की मांद थी। सहसा उस स्त्री के हाथ से कुदाल … Read more

बालाजी चालीसा (Shri Balaji Chalisa)

बालाजी चालीसा (Shri Balaji Chalisa)

॥ दोहा ॥ श्री गुरु चरण चितलाय,के धरें ध्यान हनुमान। बालाजी चालीसा लिखे,दास स्नेही कल्याण॥विश्व विदित वर दानी,संकट हरण हनुमान। मैंहदीपुर में प्रगट भये,बालाजी भगवान॥ ॥ चौपाई ॥ जय हनुमान बालाजी देवा।प्रगट भये यहां तीनों देवा॥ प्रेतराज भैरव बलवाना।कोतवाल कप्तानी हनुमाना॥ मैंहदीपुर अवतार लिया है।भक्तों का उध्दार किया है॥ बालरूप प्रगटे हैं यहां पर।संकट वाले … Read more

माता पार्वती – आरती (Mata Parvati)

माता पार्वती - आरती (Mata Parvati)

जय पार्वती माता, जय पार्वती माता ब्रह्मा सनातन देवी, शुभ फल की दाता । ॥ जय पार्वती माता… ॥अरिकुल कंटक नासनि, निज सेवक त्राता, जगजननी जगदम्बा, हरिहर गुण गाता । ॥ जय पार्वती माता… ॥ सिंह को वहान साजे, कुंडल है साथा, देव वधू जस गावत, नृत्य करत ता था । ॥ जय पार्वती माता… … Read more

दुर्लभ मनुष्य जीवन – प्रेरक कहानी (Durlabh Manushy Jeevan)

गाय माता! और दिव्य मिठास वाला गुड़ (Gay Mata Aur Divy Mithas Wala Gud)

रेलवे स्टेशन के बाहर सड़क के किनारे कटोरा लिए एक भिखारी लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए अपने कटोरे में पड़े सिक्कों को हिलाता रहता और साथ-साथ यह गाना भी गाता जाता: गरीबों की सुनो वो तुम्हारी सुनेगा तुम एक पैसा दोगे वो दस लाख देगा, गरीबों की सुनो..कटोरे से पैदा हुई ध्वनि व … Read more

देवभूमि उत्तराखंड बंशी नारायण मंदिर के दरवाजे सिर्फ रक्षा बंधन के दिन ही खुलते हैं (The Doors of Devbhoomi Uttarakhand Banshi Narayan Temple Open Only on the Day of Raksha Bandhan)

देवभूमि उत्तराखंड बंशी नारायण मंदिर के दरवाजे सिर्फ रक्षा बंधन के दिन ही खुलते हैं (The Doors of Devbhoomi Uttarakhand Banshi Narayan Temple Open Only on the Day of Raksha Bandhan)

भारत के मंदिरों की कहानियां, उनकी अनोखी संरचनाएं और मंदिरों से जुड़े अद्भुत अनुभव आपको एक रोमांचक यात्रा पर ले जाएंगे। देवभूमि उत्तराखंड में आपको कई अद्भुत कहानियां और चमत्कारी मंदिर देखने को मिलेंगे। खूबसूरत पहाड़ों के बीच स्थित इन मंदिरों में एक ऐसा मंदिर भी है जो पूरे साल बंद रहता है। यह मंदिर … Read more

छठ पूजा: कबहुँ ना छूटी छठि मइया (Kabahun Na Chhooti Chhath)

छठ पूजा: कबहुँ ना छूटी छठि मइया (Kabahun Na Chhooti Chhath)

कबहुँ ना छूटी छठि मइया, हमनी से बरत तोहार हमनी से बरत तोहार तहरे भरोसा हमनी के, छूटी नाही छठ के त्योहार छूटी नाही छठ के त्योहार अपने सरन में ही रखिह, दिह आसिस हज़ार दिह आसिस हज़ार गोदिया भराईल छठी मइय्या, बाटे राऊर किरपा अपार बाटे राऊर किरपा अपार चाहें रहब देसवा बिदेसवा, छठ … Read more

कार्तिक मास माहात्म्य कथा: अध्याय 7 (Kartik Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 7)

कार्तिक मास माहात्म्य कथा: अध्याय 7 (Kartik Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 7)

नारद जी ने कहा: हे राजन! कार्तिक मास में व्रत करने वालों के नियमों को मैं संक्षेप में बतलाता हूँ, उसे आप सुनिए। व्रती को सब प्रकार के आमिष मांस, उरद, राई, खटाई तथा नशीली वस्तुओं का त्याग कर देना चाहिए। व्रती को दूसरे का अन्न ग्रहण नहीं करना चाहिए, किसी से द्वेष नहीं करना … Read more

श्री कुबेर 108 नाम (Shri Kuber 108 Names)

गाय माता! और दिव्य मिठास वाला गुड़ (Gay Mata Aur Divy Mithas Wala Gud)

श्री कुबेर अष्टोत्तर शतनामावली – 108 नाम ॐ कुबेराय नमः ॥ ॐ धनदाय नमः ॥ ॐ श्रीमाते नमः ॥ ॐ यक्षेशाय नमः ॥ ॐ गुह्य​केश्वराय नमः ॥ ॐ निधीशाय नमः ॥ ॐ शङ्करसखाय नमः ॥ ॐ महालक्ष्मीनिवासभुवये नमः ॥ ॐ महापद्मनिधीशाय नमः ॥ ॐ पूर्णाय नमः ॥ 10 ॥ॐ पद्मनिधीश्वराय नमः ॥ ॐ शङ्ख्यनिधिनाथाय नमः … Read more

श्री पितर चालीसा (Shri Pitar Chalisa)

श्री पितर चालीसा (Shri Pitar Chalisa)

श्री पितर चालीसा एक भक्ति गीत है जो श्री पितर पर आधारित है। कई लोग श्री पितर चालीसा का पाठ पितरों के श्राद्ध के दौरान करते हैं। पितर को पितृ, जो कि परिवार के मृतक पूर्वज होते हैं, के रूप में भी जाना जाता है।॥ दोहा ॥ हे पितरेश्वर आपको,दे दियो आशीर्वाद। चरणाशीश नवा दियो,रखदो … Read more