साथी हारे का तू, मुझको भी श्याम जीता दे – भजन (Sathi Hare Ka Tu Mujhko Bhi Shyam Jeeta De)
साथी हारे का तू, मुझको भी श्याम जीता दे, मेरा ये नसीबा भी, सोया है जगा दे, साथी हारें का तू, मुझको भी श्याम जीता दे ॥दुनिया में घुमा मुझे, मिली रुसवाई है, अपनों से जख्म मिले, आँख भर आई है, सबको निभाते हो, सबको निभाते हो, मुझे भी निभा दे, साथी हारें का तू, … Read more