मैं उस दरबार का सेवक हूँ जिस दर की अमर कहानी है: भजन (Main Us Darbaar Ka Sevak Hu)

मैं उस दरबार का सेवक हूँ जिस दर की अमर कहानी है: भजन (Main Us Darbaar Ka Sevak Hu)

मैं उस दरबार का सेवक हूँ, जिस दर की अमर कहानी है, मैं गर्व से जग में कहता हूँ, मेरा मालिक शीश का दानी है, मै उस दरबार का सेवक हूँ ॥इनके दरबार के नौकर भी, दुनिया में सेठ कहाते है, जिनको है मिली सेवा इनकी, वो किस्मत पे इतराते है, जो श्याम की सेवा … Read more

आता रहा है सांवरा, आता ही रहेगा: भजन (Aata Raha Hai Sanwara Aata Hi Rahega)

आता रहा है सांवरा, आता ही रहेगा: भजन (Aata Raha Hai Sanwara Aata Hi Rahega)

आता रहा है सांवरा, आता ही रहेगा, दीनों की लाज श्याम, दीनों की लाज श्याम, बचाता ही रहेगा, आता रहा है साँवरा, आता ही रहेगा ॥गिरते हुए को और ही, गिराता है जहान, गिरते हुए को थाम ले, ऐसा कोई कहाँ, गिरते को थाम श्याम, गिरते को थाम श्याम, उठाता ही रहेगा, आता रहा है … Read more

मेरा आपकी दया से सब काम हो रहा है – भजन (Mera Aap Ki Kripa Se Sab Kam Ho Raha Hai)

मेरा आपकी दया से सब काम हो रहा है - भजन (Mera Aap Ki Kripa Se Sab Kam Ho Raha Hai)

मेरा आपकी दया से सब काम हो रहा है। करते हो तुम कन्हिया मेरा नाम हो रहा है॥ ॥ मेरा आपकी दया से…॥पतवार के बिना ही मेरी नाव चल रही है। हैरान है ज़माना मंजिल भी मिल रही है। करता नहीं मैं कुछ भी, सब काम हो रहा है॥ करते हो तुम कन्हिया मेरा नाम … Read more

आरंभ कीजिए, प्रारंभ कीजिए – भजन (Aarambh Kijiye Prarambh Kijiye)

आरंभ कीजिए, प्रारंभ कीजिए - भजन (Aarambh Kijiye Prarambh Kijiye)

आरंभ कीजिए, प्रारंभ कीजिए, त्रैलोक्य पूज्य है राम नाम, शुभारंभ कीजिए, आरंभ कीजिए, प्रारंभ कीजिए, त्रैलोक्य पूज्य है राम नाम, शुभारंभ कीजिए,सीताराम के जाप से, पाप पूंज हो नष्ट जी सीताराम के जाप से, पाप पूंज हो नष्ट जी लौकिक पारलौकिक त्रिबिध ताप हो नष्ट जी आरंभ कीजिए, प्रारंभ कीजिए, आरंभ कीजिए, प्रारंभ कीजिए, संग … Read more

बस इतनी तमन्ना है, श्याम तुम्हे देखूं – भजन (Bas Itni Tamanna Hai Shyam Tumhe Dekhun)

बस इतनी तमन्ना है, श्याम तुम्हे देखूं - भजन (Bas Itni Tamanna Hai Shyam Tumhe Dekhun)

बस इतनी तमन्ना है, बस इतनी तमन्ना है, श्याम तुम्हे देखूं, घनश्याम तुम्हे देखूं ॥ सिर मुकुट सुहाना हो, माथे तिलक निराला हो, गल मोतियन माला हो, श्याम तुम्हे देखूं, घनश्याम तुम्हे देखूं ॥ कानो में हो बाली, लटके लट घुंघराली, तेरे अधर पे मुरली हो, श्याम तुम्हे देखूं, घनश्याम तुम्हे देखूं ॥ बाजू बंद … Read more

श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल – भजन (Shri Govardhan Wasi Sanwarey Lal)

श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल - भजन (Shri Govardhan Wasi Sanwarey Lal)

श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल, तुम बिन रह्यो न जाय हो ॥ बृजराज लडेतोलाडिले ॥बंक चिते मुसकाय के लाल, सुंदर वदन दिखाय ॥ लोचन तल पे मीन ज्यों लाल, पलछिन कल्प बिहाय हो ॥१॥ श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल.. सप्त स्वर बंधान सों लाल, मोहन वेणु बजाय ॥ सुरत सुहाइ बांधिके नेक, मधुरे मधुर स्वर … Read more

हम तो दीवाने मुरलिया के, अजा अजा रे लाल यशोदा के – भजन (Hum Too Diwane Muraliya Ke Aaja Aaje Re Lal Yashoda Ke)

हम तो दीवाने मुरलिया के, अजा अजा रे लाल यशोदा के - भजन (Hum Too Diwane Muraliya Ke Aaja Aaje Re Lal Yashoda Ke)

हम तो दीवाने मुरलिया के, अजा अजा रे लाल यशोदा के ।तेरी बाट जोहे राधा गोरी, वो तो आई है चोरी चोरी । कहा देर करी सवारिया, हम तो दीवाने मुरलिया के ॥ आई पूनम की रात सुहानी, जहाँ प्रीत की बजे शहनाई । अजा अजा रे कुंवर कन्हाई, हम तो दीवाने मुरलिया के ॥ … Read more

श्याम के बिना तुम आधी – भजन (Shyam Ke Bina Tum Aadhi)

श्याम के बिना तुम आधी - भजन (Shyam Ke Bina Tum Aadhi)

श्याम के बिना तुम आधी, तुम्हारे बिना श्याम आधे, राधे राधे राधे राधे, राधे राधे राधे राधे, आठो पहर जो रहे अंग संग, उस सांवरे की एक झलक, दिखला दे, राधे राधे राधे राधे, राधे राधे राधे राधे ॥मैं तो संवारे के रंग मे राजी, बाँध घुँघरू भी पग मे नाची, कैसो निष्ठुर भयो यशोदा … Read more

जय श्री वल्लभ, जय श्री विट्ठल, जय यमुना श्रीनाथ जी – भजन (Jai Shri Vallabh Jai Shri Vithal, Jai Yamuna Shrinathji)

जय श्री वल्लभ, जय श्री विट्ठल, जय यमुना श्रीनाथ जी - भजन (Jai Shri Vallabh Jai Shri Vithal, Jai Yamuna Shrinathji)

जय श्री वल्लभ, जय श्री विट्ठल, जय यमुना श्रीनाथ जी । कलियुग का तो जीव उद्धार्या, मस्तक धरिया हाथ जी ॥मोर मुकुट और काने कुण्डल, उर वैजयन्ती माला जी । नासिका गज मोती सोहे, ए छबि जोवा जइये जी ॥ आसपास तो गऊ बिराजे, गवाल मण्डली साथे जी । मुख थी व्हालो वेणु बजावे, ए … Read more

नित नयो लागे साँवरो – भजन (Nit Nayo Lage Sanvaro)

नित नयो लागे साँवरो - भजन (Nit Nayo Lage Sanvaro)

नित नयो लागे साँवरो, इकि लेवा नज़र उतार, नजर ना लग जावै, एकी लेवा नज़र उतार, नज़र ना लग जावे ।सोने के सिंघासन पर, बैठयो म्हारों श्याम धणी, तन केसरियो बागों है, सोभा अपरम्पार घणी, धीरे धीरे मुळक रह्यो, धीरे धीरे मुलक रह्यो, नैना से छलके प्यार, नज़र ना लग जावै, एकी लेवा नजर उतार, … Read more