जरी की पगड़ी बांधे, सुंदर आँखों वाला: भजन (Jari Ki Pagri Bandhe Sundar Ankhon Wala)
जरी की पगड़ी बांधे, सुंदर आँखों वाला, कितना सुंदर लागे बिहारी, कितना लागे प्यारा, जरी की पगड़ी बाँधे ॥कानों में कुण्डल साजे, सिर मोर मुकुट विराजे, सखियाँ पगली होती, जब जब होठों पे बंसी बाजे, हैं चंदा यह सांवरा, तारे हैं ग्वाल बाला, कितना सुंदर लागे बिहारी, कितना लागे प्यारा, जरी की पगड़ी बाँधे ॥ … Read more