था बिन दीनानाथ आंगली कुण पकड़सी जी – भजन (Tha Bin Dheenanath Aangli Kun Pakadsi Ji)
था बिन दीनानाथ, आंगली कुण पकड़सी जी, कुण पकड़सी जी सांवरा, कुण पकड़सी जी, था बिन दिनानाथ, आंगली कुण पकड़सी जी, म्हारी पीड़ हरो घनश्याम आज, थाने आया सरसी जी, था बिन दिनानाथ, आंगली कुण पकड़सी जी ॥था बिन म्हारे सिर पर बाबा, कुंण तो हाथ फिरावे है, सगळा मुंडो फेर के बैठ्या, कुंण तो … Read more