सत्याग्रह की लड़ाई

कोई भी व्यक्ति अयोग्य नहीं होता, बस उसको उपयुक्त काम में लगाने वाला ही मुश्किल से मिलता है।
-शुक्रनीति

शरीर को रोगी और निर्बल रखने के समान इंसान के लिए दूसरा कोई पाप नहीं है।
-लोकमान्य तिलक

सत्याग्रह की लड़ाई हमेशा दो प्रकार की होती है। एक जुल्मों के खिलाफ और दूसरी स्वयं की दुर्बलता के विरुद्ध।
-सरदार पटेल