सच्चे और दयावान नहीं

वीर वह कहलाता है जो दुनिया को जीतता है, लेकिन महावीर वह है जिसने अपने ऊपर विजय पाई है।
-विनोबा भावे

जिस भाषा में बहादुरी, सचाई और दया के लक्षण नहीं होते, उसे बोलने वाले भी बहादुर, सच्चे और दयावान नहीं होते।
-महात्मा गांधी

शासक जब प्रजा को दिए गए आश्वासनों को स्वप्न की तरह भूलने लगता है तो उसका अंत प्रारंभ हो जाता है।
-रामकुमार वर्मा