जैसे कुम्हार द्वारा मिट्टी के बर्तन में खींचीं गई रेखाएं फिर कभी नहीं छूटतीं, उसी प्रकार माता-पिता द्वारा डाले गए संस्कार बच्चों के मन से कभी नहीं छूटते।
-रामप्रताप त्रिपाठी
-रामप्रताप त्रिपाठी
महान चरित्र का निर्माण महान और उज्जवल विचारों से होता है।
-स्वामी शिवानंद
कोई भी संस्कृति जीवित नहीं रह सकती, अगर वह अपने को दूसरों से अलग रखने का प्रयास करे।
-महात्मा गांधी
जंग लगकर नष्ट होने की अपेक्षा जीर्ण होकर नष्ट होना ज्यादा अच्छा है।
-रिचर्ड कंबरलैंड
संवेदनशील बनो, लेकिन निर्मल भी। प्रेमी बनो लेकिन पवित्र भी।
-बायरन
नेतृत्व उस इंसान को मिलता है जो खड़े होकर अपने विचार स्पष्ट कर सके।
-डेल कार्नेगी
शक व शुबहों के तहखाने में बड़ी सीलन होती है। उसमें रहने से दिल अकड़ जाता है और उसके जोश का चिराग बुझ जाता है।
-अमृतलाल नागर
दुनिया का सारा सौंदर्य स्वस्थ शरीर में है।
-भगवतीचरण वर्मा
सौभाग्य उन्हीं को प्राप्त होता है, जो अपने कर्तव्य पथ पर अविचल रहते हैं।
– प्रेमचंद