धोरों की धरती पर कश्मीर का नजारा
राजस्थान के सिरोही जिले में हसीन घाटियों और वादियों से घिरा माउंट आबू राजस्थान का हिल स्टेशन है। इसे राजस्थान का कश्मीर भी कहा जाता है। माउंट आबू में झील, हरियाली, झरने, आसमान चूमते पहाड़ और मंदिरों का अपना नजारा है। यहां आकर आप कल्पना भी नहीं कर पाएंगे कि धोरों की धरती पर हैं।
खूबसूरत जैन मंदिरों के दर्शन
माउंट आबू से करीब ढाई किलोमीटर दूर स्थित है दिलवाड़ा मंदिर है। यह मंदिर इस क्षेत्र मे मुख्य आकर्षणों में से एक है। यहां की नक्काशी मन मोहनेवाली है। देश के प्रमुख जैन मंदिरों में इस मंदिर को गिना जाता है। माउंटआबू के आस-पास 5 बहुत प्रसिद्ध जैन मंदिर हैं। इनमें विमल वसाही मंदिर, लूना वसाही, पार्श्वनाथ मंदिर और महावीर स्वामी मंदिर शामिल हैं।
गुरु शिखर पर्वत
गुरु शिखर पर्वत अरावली पर्वत श्रृंखला की सबसे ऊंची चोटी है। यहां भगवान शिव का एक मंदिर है। चारों तरफ टीलों और पहाड़ियों से घिरे इस मंदिर में दर्शन करके आप मानसिक शांति प्राप्त कर सकते हैं।
अचलेश्वर महादेव मंदिर
माउंट आबू का ऐतिहासिक स्थल है अचलगढ़। यहां के सदियों पुराने किले में भगवान भोले भंडारी का एक खूबसूरत और दर्शनीय मंदिर है। धार्मिक आस्था है कि इस मंदिर में भगवान शिव के पैर के अंगूठे का निशान है। भक्त दूर-दूर से यहां पूजा-अर्चना के लिए आते हैं।
मीरपुर मंदिर
राजपूत शासन काल में निर्मित इस मंदिर को राजस्थान का सबसे पुराना संगमरमर का स्मारक माना जाता है। इस मंदिर की तर्ज पर ही दिलवाड़ा और रणकपुर मंदिरा का निर्माण किया गया है। नौंवी शताब्दी में बने इस मंदिर को 13वीं शताब्दी में मुगल सुल्तान महमूद बेगड़ा ने ध्वस्त कर दिया था। इसके बाद 15वीं शताब्दी में इस मंदिर का पुनरोद्धार कर इसे पुराने स्वरूप में संवारा गया।
सर्व धर्म मंदिर
सिरोही शहर में सर्किट हाउस के समीप स्थित इस मंदिर को सभी धर्मों को समर्पित किया गया है। यह राष्ट्रीय एकता को समर्पित स्मारक है, जो सभी धर्मों का आदर करने की सीख देता है।