यात्रा के साथ तीर्थः कसौली में इन मंदिरों को नहीं देखा तो क्या देखा

बाबा बालक नाथ मंदिर

कसौली से 3 किमी दूर यह मंदिर ग्रनेर पहाड़ी के ऊपर स्थित है। गुफा में स्थित मंदिर कसौली के प्रमुख धार्मिक स्‍थलों में से एक है। यहां बाबा बालक नाथ की मूर्ति विराजमान है, जो कि भगवान शिव के बहुत बड़े भक्‍त थे। मंदिर के बारे में ऐसी मान्‍यता है कि निसंतान दंपती इस मंदिर में आते हैं तो प्रभु की कृपा से उनकी झोली भर जाती है। हालांकि यहां महिलाओं को गुफा के अंदर जाने की मनाही है।

कृष्‍ण भवन की वास्तुकला

भगवान कृष्‍ण का यह मंदिर शहर के बीचोंबीच स्थित है। 1926 में बना यह मंदिर भारतीय और यूरोपीय वास्‍तुकला का एक बेहतरीन नमूना है। इस मंदिर को स्‍थानीय कारीगरों की मदद से बनाया गया है।

मंकी पॉइंट

मंकी पॉइंट कसौली की सबसे ऊंची चोटियों में से एक मानी जाती है। इस चोटी पर बजरंगबली हनुमानजी का एक खूबसूरत मंदिर स्थित है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान हनुमान ने जड़ीबूटी के लिए संजीवनी पहाड़ ले जाते वक्‍त इसी चोटी पर अपना पैर रखा था। यह पहाड़ी भी पैर के आकार में है। इस मंदिर में भगवान के पद चिन्‍हों की पूजा होती है।

साईं बाबा मंदिर

कसौली के अन्‍य प्रख्‍यात मंदिरों में से शिरडी साईं बाबा का मंदिर भी है। इस मंदिर को सन 1989 में साईं बाबा ट्रस्‍ट के द्वारा बनवाया गया है। यह कसौली के गरखाल से मात्र आधा किमी दूर स्थित है। यहां पर स्‍थापित साईं बाबा की मूर्ति को जयपुर से यहां लाया गया था। इस मंदिर में साईं बाबा की मूर्ति के पास सदैव एक ज्‍योति प्रज्‍ज्‍वलित रहती है।

नगर कोटि माता मंदिर जंगेशु

मां दुर्गा का यह मंदिर यहां के लोगों के लिए धार्मिक आस्था का प्रतीक माना जाता है। यहां माता की मूर्ति बहुत ही अद्भुत और जीवंत है। यह मंदिर सोलन जिले में आता है।