मैं कितना अधम हूँ, ये तुम ही जानो: भजन (Main Kitna Adham Hu Ye Tum Hi Jano)

मैं कितना अधम हूँ,
ये तुम ही जानो,
मैं क्या चाहता हूँ,
ये तुम ही जानो,
मै कितना अधम हूँ,
ये तुम ही जान ॥ना दीनता है ना भाव भक्ति,
ना कुछ भजन है ना आत्मशक्ति,
मैं क्या देखता हूँ,
ये तुम ही जानो,
मै कितना अधम हूँ,
ये तुम ही जानो ॥

दुनिया से मुझको फुर्सत ना मिलती,
तक़दीर की मेरी अटकन ना मिटती,
मैं क्या मांगता हूँ,
ये तुम ही जानो,
मै कितना अधम हूँ,
ये तुम ही जानो ॥

यही दर्द दिल में तड़पन है भारी,
तेरे दर पे आया आगे मर्जी तुम्हारी,
मैं पागल बना हूँ,
ये तुम ही जानो,
मै कितना अधम हूँ,
ये तुम ही जानो ॥

मैं कितना अधम हूँ,
ये तुम ही जानो,
मैं क्या चाहता हूँ,
ये तुम ही जानो,
मै कितना अधम हूँ,
ये तुम ही जानो ॥