पीएम मोदी ने किया हनुमान मूर्ति का अनावरण, देखिए भारत के टॉप 10 हनुमानजी की प्रतिमाएं

यहां है दुनिया की सबसे बड़े हनुमानजी की प्रतिमा

हनुमान जयंती के अवसर पर पूरे देश में कई कार्यक्रम किए गए। कुछ जगहों पर रामचरित मानस का पाठ किया गया तो कुछ जगहों पर भंडारों का आयोजन हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हनुमान जयंती के अवसर पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गुजरात के मोरबी में भगवान हनुमान की 108 फीट ऊंची मूर्ति का अनावरण किया। दरअसल हनुमानजी को यह पहली विशाल मूर्ति नहीं है, भारत में और भी ऐसी जगह हैं, जहां हनुमानजी की मूर्ति एशिया में सबसे ऊंची है। आइए जानते हैं हनुमान जयंती पर 108 फुट के हनुमानजी टॉप 10 में कहां ठहरते हैं…

पीएम मोदी ने किया प्रतिमा का अनावरण

पीएम मोदी ने हनुमान जन्मोत्सव पर 108 फीट के हनुमानजी की मूर्ति का अनावरण किया है। इस मूर्ति की स्थापना मोरबी के बापू केशवानंदजी के आश्रम में की गई है। चार धाम परियोजनाओं के तहत देश की चारों दिशा में हनुमानजी की मूर्ति स्थापित की जाएगी। हनुमान मूर्ति स्थापना श्रृंखला की पहली मूर्ति साल 2010 में उत्तर दिशा यानी शिमला में कई गई थी। दक्षिण दिशा में एक और मूर्ति रामेश्वरम में स्थापित की जाएगी, जिसका काम भी आरंभ हो गया है। इस विशाल मूर्ति बनाने का काम 2018 में शुरू हुआ था और इसकी लागत 10 करोड़ रुपए है।

सूर्य का मेष राशि में संचार, जानें सभी राशियों पर क्या पड़ेगा प्रभाव

दुनिया की सबसे बड़ी हनुमानजी की प्रतिमा

आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में स्थित हनुमानजी की मूर्ति, दुनिया की सबसे ऊंची हनुमानजी की मूर्ति है। मूर्ति की ऊंचाई 41 मीटर और 135 फीट ऊंची है। इन्हें वीर अभय अंजनेय हनुमान स्वामी के नाम से भक्त पुकारते हैं। हनुमानजी की इस मूर्ति का निर्माण 2013 में हुआ था। यह प्रतिमा भारत की सबसे ऊंची प्रतिमाओं से एक है। यह मूर्ति ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में स्थापित क्राइस्ट की मूर्ति से भी बड़ी है।

जानिए दिल्‍ली के प्रमुख हनुमान मंदिरों के बारे में

हनुमान धाम में भव्य हनुमानजी

उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में हनुमानजी सीना चीरकर अपनी भक्ति दिखा रहे हैं। खन्नौत नदी के टापू पर हनुमान धाम की छटा निराली है और इस खड़े हनुमानजी की ऊंचाई 122 फुट है। इस जगह का नाम हनुमान धाम रखा गया है। बताया जाता है कि इस प्रतिमा की ऊंचाई 101 फुट रखने की योजना थी लेकिन बाद में इसके बेस पर 21 फुट का चबूतरा बनाया गया, जिससे इसकी ऊंचाई 122 फुट हो गई।

गुरु मीन राशि में, सभी राशियों पर गुरु गोचर का ऐसा रहेगा प्रभाव

2 हजार टन है इस विशाल प्रतिमा का वजन

हिमाचल के सोलन जिले के सुल्तानपुर के लाडो गांव में हनुमानजी की एक विशाल प्रतिमा स्थापित है। यह प्रतिमा 151 फीट ऊंची है और इसका वजन दो हजार टन बताया जा रहा है। हनुमानजी की इस विशाल मूर्ति को बनवाने में मानव भारती चेरिटेबल ट्रस्ट ने 4 करोड़ रुपए का खर्च किए थे। इस प्रतिमा का निर्माण नरेश कुमार की टीम ने किया था और इसी टीम ने शिमला के जाखू मंदिर में स्थित हनुमानजी को मूर्ति बनाई थी। इस विशाल प्रतिमा की वजह से यह गांव धार्मिक पर्यटन का केंद्र बन गया है।

चश्मे से चाहते हैं आजादी, आजमाकर देखें ज्योतिष के इन उपायों को

सबसे ऊंची बैठे हुए हनुमानजी की मूर्ति

फरीदाबाद-गुड़गांव रोड पर एशिया की सबसे ऊंची बैठे हुए हनुमानजी की मूर्ति है। यह विशाल मूर्ति 111 फुट की है, हालांकि खड़े हुए हनुमानजी की मूर्ति इससे भी बड़ी हैं लेकिन वे इस पोज में नहीं है। हनुमानजी की इस प्रतिमा के हाथ 21 फुट के हैं और कलाश 10 फुट की। वहीं हनुमानजी का लंगोट 41 फीट, कमर 31 फुट की है। हनुमानजी की इस मूर्ति को लिम्का बुक में शामिल करवाने की योजना बनाई जा रही है।

कहीं उलटे तो कहीं लेटे, कुछ ऐसे हैं हनुमानजी के चमत्कारी मंदिर

शिमला में भव्य हनुमानजी की प्रतिमा

शिमला के पास जाखू हिल में स्थित 108 फुट के ऊंचे हनुमानजी स्थित हैं। इस मूर्ति की स्थापना शिमला के जाखू मंदिर में की गई है। जाखू का रामायण काल से संबंध रहा है। कथा है कि यहां पर संजीवनी बूटी की तलाश में यहां पर हनुमानजी यहां आए थे। यहां पर एक चरण चिह्न को हनुमानजी का पदचिह्न बताया जाता है।

कहीं भविष्‍य बताते हैं हनुमान, तो कहीं जोड़ते हैं टूटी हड्डियां, ऐसे हैं प्रभु के चमत्‍कारिक मंदिर

दिल्ली में सबसे ऊंचे हनुमानजी

देश की राजधानी दिल्ली के करोलबाग में सीना चीरकर राम लक्ष्मण और देवी सीता के दर्शन देते हुए हनुमानजी के बारे में तो सभी जानते हैं। 108 फुट की हनुमानजी की इस प्रतिमा और मंदिर का निर्माण 1994 में हुआ था, जो 13 साल तक चलता रहा। इसका निर्माण कार्य 2 अप्रैल 2007 को संपन्न हुआ। इस मंदिर का निर्माण ब्रह्मालीन नागाबाबा श्री सेवागिरीजी महाराज ने करवाया था। मेट्रो से करोल बाग की ओर यात्रा करने वाले यात्री झंडेवालान के इस विशाल हनुमानजी के दर्शन करते हुए आगे बढ़ते हैं। अक्सर दिल्ली को दर्शाने के लिए टीवी सीरियल में भी इस हनुमानजी को दिखाया जाता है।

विश्‍व का इकलौता हनुमान मंदिर, यहां देवी स्वरूप में पूजे जाते हैं केसरी नंदन

महाराष्ट्र में सबसे बड़े हनुमानजी

दिल्ली के बाद महाराष्ट्र के नांदुरा में स्थित हनुमानजी। इस मूर्ति की ऊंचाई 105 फीट है। सफेद मार्बल से बने इस हनुमानजी को विभिन्न रंगों से सजाया गया है। हनुमानजी की गदा ही 30 फीट लंबी है और उनका सीना लगभग 70 फीट चौड़ा है। मूर्ति के दर्शन के लिए आपको गांव के अंदर जाने की जरूरत नहीं है, आपको हाईवे पर ही मूर्ति के दर्शन हो जाएंगे।

केतु का तुला राशि में गोचर, 18 महीने संभलकर चलें इन राशियों के लोग

छिंदवाड़ा के विशाल हनुमान

मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के सिमरियाकलां में भी हनुमानजी की एक विशाल मूर्ति है। एक खूबसूरत परिसर में इस मूर्ति को स्थापित किया गया है। हनुमानजी के साथ यहां शिव पार्वती, राम दरबार, लक्ष्मी नारायण, भगवान गणेश, दुर्गा देवी मंदिर आदि समेत कई प्रतिमाएं मंदिर में स्थित हैं। यहां मंगलवार और शनिवार को बड़ी संख्या में भक्त दर्शन करने के लिए आते हैं। हनुमानजी की यह प्रतिमा करीब 101 फीट और 6 इंच ऊंची है। मान्यता है कि भगवान के इस विशाल स्वरूप के दर्शन से जीवन के संकट दूर हो जाते हैं।

धन प्राप्ति के लिए लाल किताब में बताए हैं ये अचूक उपाय, भाग्य देगा साथ

रामतीर्थ मंदिर के हनुमानजी

पंजाब के अमृतसर के रामतीर्थ मंदिर में हनुमानजी की विशाल प्रतिमा स्थापित है। इस मूर्ति की उंचाई 24.5 मीटर है अर्थात यह 80 फीट की प्रतिमा है। इस मूर्ति की स्थापना रामतीर्थ मंदिर के वाल्मीकि परिसर में स्थित है और अमृतसर से मात्र 12 किमी की दूरी है। बताया जाता है कि यहीं पर वाल्मीकिजी का आश्रम था और सीताजी यहीं पर रुकी हुई थीं। साथ ही इसी आश्रम में लव व कुश का जन्म हुआ था।