परिवार पर संकट और आर्थिक परेशानी का संकेत भी देती है तुलसी, ऐसे जानें

कैसे देती है तुलसी विपत्ति का संकेत?

जिस घर पर विपत्ति आनेवाली होती है, उस घर में रखा तुलसी का पौधा सूख जाता है। काफी देखभाल करने के बाद भी अगर तुलसी का पौधा न पनप रहा हो और पत्तियां लगातार झड़ रही हों तथा पौधा सूखने लगा हो तो शकुन शास्त्र के अनुसार, यह किसी अनहोनी की सूचना होती है। ऐसे में सभी कार्य ध्यानपूर्वक करने चाहिए और अपना आचरण सही रखना चाहिए।

क्यों सूख जाता है तुलसी का पौधा?

कहते हैं जिस घर में दरित्रता, अशांति और क्लेश रहता है, वहां लक्ष्मी का वास नहीं रहता। जब घर पर विपत्ति आती है तो ये सभी अवगुण धीरे-धीरे आने लगते हैं और इसीलिए लक्ष्मी वह स्थान छोड़ देती है। अगर ज्योतिष की मानें तो ऐसा खराब बुध ग्रह के कारण होता है। बुध हरे रंग का स्वामी होता है और इसे पेड़-पौधों का कारक ग्रह माना जाता है। यह ऐसा ग्रह माना जाता है तो अन्य ग्रहों के अच्छे और बुरे प्रभाव लोगों तक पहुंचाता है।

इतने प्रकार की होती है तुलसी

शास्त्रों के अनुसार, तुलसी कई प्रकार की होती है। जैसे, रामा तुलसी, श्यामा तुलसी, ज्ञान तुलसी, लक्ष्मी तुलसी, भू तुलसी, रक्त तुलसी, नील तुलसी, श्वेत तुलसी, वन तुलसी। लेकिन आमतौर पर घरों में श्यामा तुलसी और रामा तुलसी की ही पूजा की जाती है।

वास्तु दोष में असरकारक

तुलसी को देव तुल्य पौधा माना गया है। हमारे शास्त्र तुलसी के गुणों के वर्णन से भरे हुए हैं। तुलसी न केवल पूजन के लिए बल्कि स्वास्थ्य और घर के वास्तु दोष दूर करने के लिए असरकारी है। घर में तुलसी का पौधा लगाकर नित्य प्रतिदिन पूजा करने से घर के छोटे-मोटे वास्तु दोष अप्रभावी रहते हैं। तुलसी के पौधे को घर के दक्षिण-पूर्व (अग्नेय कोण), उत्तर-पश्चिम (वायव्य कोण) में लगाना अतिशुभ रहता है।

पारिवारिक कलह दूर करने के लिए

यदि परिवार में कलह का माहौल रहता हो तो वास्तु के अनुसार, तुलसी का गमला रसोई के पास रखने के पारिवारिक कलह दूर होती है। यदि परिवार की कोई संतान गलत रास्ते पर चल पड़ी हो तो किसी न किसी रूप में हर रोज उसे तुलसी के तीन पत्ते खिला देंने से लाभ होता है।