जिस मनुष्य में आत्मविश्वास नहीं

जिस मनुष्य में आत्मविश्वास नहीं है, वह शक्तिमान होकर भी कायर है और पंडित होकर भी मूर्ख है।
-राम प्रताप त्रिपाठी

समय परिवर्तन का धन है। परंतु घड़ी उसे केवल परिवर्तन के रूप में दिखाती है, धन के रूप में नहीं।
– रवींद्रनाथ ठाकुर

दूसरों पर किए गए व्यंग्य पर हम हंसते हैं, लेकिन अपने ऊपर किए गए व्यंग्य पर रोना तक भूल जाते हैं।
– रामचंद्र शुक्ल