घर के बाहर जूते-चप्पल उतारने के इतने हैं फायदे, जानकर होंगे हैरान

हमारे घरों में अक्‍सर अंदर प्रवेश करने से पहले जूते घर के बाहर ही उतार देने का चलन है। ऐसा करना स्‍वास्‍थ्‍य के लिए ही नहीं विज्ञान और धार्मिक दृष्टि से भी जरूरी है। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो इसका वैज्ञानिक और धार्मिक लाभ जानने के बाद आप भी ऐसा करना शुरू कर देंगे…

धार्मिक तर्क हैं ये

जूते उतारने की परंपरा को अगर धर्म से जोड़कर देखा जाए तो भी सही है। धर्म में घर को मंदिर और देवालय का दर्जा दिया गया है। मंदिर में सदैव जूते उतारने के बाद ही प्रवेश करना चाहिए। घर के अंदर जूते ले जाने से घर का वातावरण अशुद्ध हो जाता है।

विज्ञान क्या कहते है जानें

जूते घर के बाहर उतारने के पीछे वैज्ञानिक तर्क ये हैं कि बाहर की गंदगी जूतों के साथ घर में प्रवेश न करने पाए, इसलिए जूते घर के बाहर ही उतारें। यदि गंदगी घर में आएगी तो घर के सदस्‍यों का स्‍वास्‍थ्‍य खराब हो सकता है। जूत चप्‍पल घर में आने के साथ ही तमाम बैक्‍टीरिया और रोगाणु घर के अंदर आ जाते हैं। इस कारण छोटे बच्‍चों में संक्रमण हो सकता है।

जानें, किस रंग के जूतों से रुक सकती है आपकी तरक्‍की

वास्‍तुशास्‍त्र कहता है ये

अगर आपके अंदर भी जूते घर के बाहर उतारने की आदत है तो यह आपके भविष्‍य के लिए भी अच्‍छा है। दरअसल जूते उतार देने से बाहर की नेगेटिव एनर्जी घर के अंदर नहीं आ पाती और आपके घर में खुशहाली बनी रहती है। एक बात जान लें घर के बाहर भी मुख्‍य द्वार के ठीक सामने जूते नहीं उतारने चाहिए। ऐसा माना जाता है कि लक्ष्‍मी के प्रवेश में व्‍यवधान उत्‍पन्‍न होता है।

वैज्ञानिक शोध कहते हैं ऐसा

एक रिसर्च में बताया गया है कि जूते-चप्‍पलों में ऐसे बैक्‍टीरिया होते हैं जो घर के अंदर जाने पर श्‍वसन तंत्र और पाचन तंत्र दोनों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। जूते बाहर निकाल देने से ये बैक्‍टीरिया घर के अंदर नहीं आ पाते और आप संक्रमण से बचे रहते हैं।