खाटू वाले श्याम प्यारे,
खूब कियो श्रृंगार,
रूप तेरो मन भावे,
मोरछड़ी तेरे हाथ में साजे,
लीले के असवार,
रूप तेरो मन भावे ॥रंग सुनहरी केसरी बागा,
सुन्दर छवि प्यारी है,
अहिलावती के लाल जगत में,
तेरी शान निराली है,
जो कोई आवे गले लगावे,
देता सबको प्यार,
रूप तेरो मन भावे,
मोरछड़ी तेरे हाथ में साजे,
लीले के असवार,
रूप तेरो मन भावे ॥
खूब कियो श्रृंगार,
रूप तेरो मन भावे,
मोरछड़ी तेरे हाथ में साजे,
लीले के असवार,
रूप तेरो मन भावे ॥रंग सुनहरी केसरी बागा,
सुन्दर छवि प्यारी है,
अहिलावती के लाल जगत में,
तेरी शान निराली है,
जो कोई आवे गले लगावे,
देता सबको प्यार,
रूप तेरो मन भावे,
मोरछड़ी तेरे हाथ में साजे,
लीले के असवार,
रूप तेरो मन भावे ॥
जिसने दिल से याद किया प्रभु,
तू उसका ग़मख़ार बना,
हारे को तू देता सहारा,
तू यारो का यार बना,
रूप सलोना भोला मुखड़ा,
सबसे बड़ा दिलदार,
रूप तेरो मन भावे,
मोरछड़ी तेरे हाथ में साजे,
लीले के असवार,
रूप तेरो मन भावे ॥
धन्ना भगत का यार बना तू,
खेत में उसके काम किया,
नरसी भगत की हुंडी तारी,
सेठ सांवलिया नाम लिया,
ओ भगतों के प्यारे तुझको,
‘भोला’ रहा पुकार,
रूप तेरो मन भावे
मोरछड़ी तेरे हाथ में साजे,
लीले के असवार,
रूप तेरो मन भावे ॥
खाटू वाले श्याम प्यारे,
खूब कियो श्रृंगार,
रूप तेरो मन भावे,
मोरछड़ी तेरे हाथ में साजे,
लीले के असवार,
रूप तेरो मन भावे ॥