माँ दिल के इतने करीब है तू: भजन (Maa Dil Ke Itne Kareeb Hai Tu)

माँ दिल के इतने करीब है तू,
जिधर भी देखूं नज़र तू आए,
जो आँखे बंद करके माँ मैं देखूं,
तू ही तू मैया नज़र है आए,
मां दिल के इतने करीब है तू,
जिधर भी देखूं नज़र तू आए ॥कोई है राजा है कोई भिखारी,
ये कैसी लीला है माँ तुम्हारी,
किसी को तरसाए एक दाना,
कही पे भंडार तू लगाए,
मां दिल के इतने करीब है तू,
जिधर भी देखूं नज़र तू आए ॥

रोजाना दर पे लगे है मेले,
नसीब वाले तो जय माँ बोले,
कोई माँ लाया है तेरा चोला,
किसी की आँखों में नीर आए,
मां दिल के इतने करीब है तू,
जिधर भी देखूं नज़र तू आए ॥

कोई माँ सोने का हार लाया,
माँ कोई चांदी का छत्र लाया,
किसी ने चुनरी है माँ चढ़ाई,
कोई तो बदहाल दर पे आए,
मां दिल के इतने करीब है तू,
जिधर भी देखूं नज़र तू आए ॥

माँ दिल के इतने करीब है तू,
जिधर भी देखूं नज़र तू आए,
जो आँखे बंद करके माँ मैं देखूं,
तू ही तू मैया नज़र है आए,
मां दिल के इतने करीब है तू,
जिधर भी देखूं नज़र तू आए ॥

दुर्गा चालीसा | आरती: जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी | आरती: अम्बे तू है जगदम्बे काली | महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् | माता के भजन