गणेश चतुर्थी 2018: दर्शन कीजिए भारत के 10 प्रसिद्ध गणेश मंदिरों के

श्री सिद्धिविनायक मंदिर, मुंबई

यह भारत में गणेशजी के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से पहले स्‍थान पर है। इसे एक निसंतान महिला की आस्‍था पर बनवाया गया था। यहां रोजाना लाखों की संख्‍या में भक्‍त आते हैं। बॉलिवुड सिलेब्रिटीज यहां अक्‍सर देखने को मिल जाते हैं।

श्रीमंत दग्‍दूशेठ हलवाई मंदिर, पुणे

महाराष्‍ट्र में सिद्धिविनायक मंदिर के साथ बाद यह दूसरा सबसे प्रसिद्ध मंदिर है। पुणे स्थित इस मंदिर के दर्शन करने देश भर से लोग आते हैं। मंदिर के ट्रस्‍ट को देश भर के सबसे अमीर ट्रस्‍टों में से एक माना जाता है। इसे श्रीमंत दग्‍दूशेठ नाम के एक हलवाई ने बनवाया था जब उनके बेटे की प्‍लेग के कारण मृत्‍यु हो गई थी।

कनिपकम विनायक मंदिर चित्‍तूर

यह मंदिर आंध प्रदेश के चित्‍तूर जिले में तिरूपति मंदिर से 75 किमी दूर स्थित है। यह मंदिर अपने प्राचीन ऐतिहासिक शिल्‍प कला और खूबसूरत डिजायन के लिए विख्‍यात है। यहां दर्शन के लिए आने वाले भक्‍त अपने पाप धोने के लिए मंदिर के पवित्र जल में डुबकी लगाते हैं।

मनकुला विनायक मंदिर, पुडुचेरी

भारत के सर्वाध‍िक प्राचीन मंदिरों में से एक इस मंदिर को 1666 साल पहले बनवाया गया था। जब पुडुचेरी फ्रांस के अधीन था। इस मंदिर के बारे में मान्‍यता है कि यहां भगवान गणेश की प्रतिमा को कई बार समुद्र में फेंक दिया गया था, लेकिन यह उसी स्‍थान पर फिर से रोजाना प्रकट हो जाती थी। यहां ब्रह्मोत्‍सव और गणेश चतुर्थी हर साल बहुत धूमधाम से मनाया जाता है।

मधुर महागणपति मंदिर, केरल

दसवीं शताब्‍दी में बना यह अति प्राचीन मंदिर मधुवाहिनी नदी के किनारे स्थित है। माना जाता है कि यहां स्थित भगवान गणेश की मूर्ति न ही मिट्टी की बनी है और न ही किसी पत्‍थर की। बल्कि यह अलग प्रकार के तत्‍व से बनी है। यहां गणेशजी के अलावा भगवान शिव की मूर्ति भी स्‍थापित है। मंदिर के बारे में कहा जाता है कि एक बार मुगल शासक टीपू सुल्‍तान यहां मूर्ति को नष्‍ट करने के उद्देश्‍य से आया था, लेकिन यहां की किसी चीज ने उसका फैसला बदल दिया था।

रणथंबौर गणेश मंदिर, राजस्‍थान

भले ही वाइल्‍ड लाइफ के शौकीन लोग रणथंबौर नेशनल पार्क घूमने के लिए रोजाना आते हों, लेकिन यहां आने वाले भक्‍तों की संख्‍या भी कम नहीं है। भक्‍तजन यहां गणेशजी के ‘त्रिनेत्र’ स्‍वरूप के दर्शन करने आते हैं। करीब 1000 साल पुराना यह मंदिर रणथंबौर किले में सबसे ऊंचाई पर स्थित है।

मोती डूंगरी गणेश मंदिर, जयपुर

जयपुर में सेठ जय राम पालीवाल ने 18वीं शताब्‍दी में य‍ह मंदिर बनवाया था। छोटे से पहाड़ पर स्थित यह मंदिर जयपुर के मुख्‍य टूरिस्‍ट स्‍पॉट में से एक है। यहां पर जयपुर की महारानी गायत्री देवी का महल ‘मोती डूंगरी पैलेस’ भी सिथत है।

गणेश टॉक मंदिर, गंगटोक

गंगटोक के प्रसिद्ध टूरिस्‍ट स्‍पॉट में से एक यह मंदिर अपनी खूबसूरती और प्‍यारी लोकेशन के लिए प्रसिद्ध है। बौद्ध धर्म के अनुयायियों के इस स्‍थान पर गणेशजी का मंदिर यहां आने वाले टूरिस्‍टों के लिए आस्‍था का प्रमुख केंद्र है।

गणपतिपुले मंदिर, रत्‍नागिरी, महाराष्‍ट्र

इस मंदिर की सबसे खास बात यह है कि यहां भगवान गणेश की मूर्ति उत्‍तर दिशा में न होकर पश्चिम की ओर मुख किए है। स्‍थानीय लोगों का मानना है कि यहां प्रतिमा की स्‍थापना किसी व्‍यक्ति ने नहीं की है बल्कि यह स्‍वयं प्रकट हुई है।

उच्ची पिल्लयार मंदिर, तमिलनाडु

भगवान गणेश के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है उच्ची पिल्लयार मंदिर, जो कि तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली (त्रिचि) नामक स्थान पर रॉक फोर्ट पहाड़ी की चोटी पर बसा बसा हुआ है। पहाड़ों पर होने की वजह से यहां का नजारा बहुत ही सुंदर और देखने योग्य होता है। मान्यता है इस मंदिर की कहानी रावण के भाई विभीषण से जुड़ी है। यहां विभीषण ने एक बार भगवान गणेश पर वार किया था।